खाकी का नहीं रहा खौफ और अपराधिक तत्व हुए बेखौफ !. पटौदी कोर्ट के सामने ही मुख्य सड़क मार्ग पर वारदात को दिया अंजाम. 3 से लेकर 11 मई तक आधा दर्जन वाहनों की भी चोरी के मामले दर्ज. मारपीट करने व नगदी लूटने वालो के द्वारा एडवोकेट को दी गई धमकी. एडवोकेट को पटौदी सरकारी अस्पताल से गुरुग्राम किया गया रेफर. समाचार लिखे जाने तक पुलिस में दर्ज नहीं किया जा सका मामला फतह सिंह उजालापटौदी । बीते फरवरी माह के दौरान पटौदी क्षेत्र में आरंभ हुई अपराधिक वारदातें थमने का नाम ही नहीं ले रही है । नित्य प्रति कोई ना कोई वारदात को देखते हुए ऐसा लगता है कि पटौदी क्राईम सिटी बनता जा रहा है। या फिर अपराधिक तत्वों के लिए पटौदी सबसे अधिक से सुरक्षित-महफूज , महसूस किया जा रहा है । बुधवार को भी दिनदहाड़े खाकी के खौफ से बेखौफ अपराधिक तत्वों के द्वारा मुख्य सड़क मार्ग पर ही मारपीट करते हुए एडवोेकेट से एक लाख नकदी लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया । यह वारदात भी पटौदी कोर्ट के सामने पटौदी और हेलीमंडी के बीच बेहद व्यस्त सड़क मार्ग पर अंजाम दी गई। बीते 3 मई से 11 मई के बीच में भी आधा दर्जन वाहन चोरी की वारदातों को पटौदी क्षेत्र में अपराधिक तत्वों के द्वारा अंजाम दिया गया। इस संदर्भ में मामले भी दर्ज हुए वह आरोपियों को पुलिस ने दबोचा भी है। जिस प्रकार से बुधवार को मुख्य सड़क मार्ग पर पटौदी कोर्ट के सामने ही एडवोकेट के साथ में मारपीट करते हुए नकदी की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। इस प्रकार की वारदात निश्चित ही पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती से कम भी नहीं है । एडवोकेट के साथ अपराधिक तत्वों के द्वारा की गई मारपीट के उपरांत पटौदी अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के साथ गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया गया। हालांकि इस मामले में पीड़ित एडवोकेट श्री राम का कहना है कि उसके द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया जाने पर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला । इसके बाद में पटौदी थाना में पहुंचकर शिकायत दी गई, समाचार लिखे जाने तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि पीड़ित एडवोकेट के द्वारा दी गई शिकायत पर आरोपी अपराधिक तत्वों सहित नगदी लूटने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया अथवा नहीं किया गया ? पीड़ित एडवोकेट श्री राम के मुताबिक वह बुधवार को दोपहर के समय पटौदी कोर्ट से अपनी गाड़ी में सवार होकर जा रहा था। जैसे ही वह पटौदी कोर्ट के सामने मुख्य सड़क मार्ग पर पहुंचा, उसी दौरान हेलीमंडी की तरफ से बिना नंबर प्लेट के स्कूटी पर एक युवक पहुंचा और उसकी कार के सामने स्कूटी लगा दी । इसके कुछ ही देर के बाद में तीन युवक दूसरी गाड़ी में सवार होकर पटौदी की तरफ से पहुंच गए । एडवोकेट के द्वारा अपनी गाड़ी रोकने का कारण पूछने पर कथित रूप से स्कूटी सवार तथा कार में आए युवकों के द्वारा एडवोकेट के साथ में ताबड़तोड़ मारपीट की गई । जिससे कि उसके चेहरे पर चोटें भी आई,ं इसी दौरान हमलावरों के द्वारा एडवोकेट के पास से एक लाख नगद भी लूट लिए गए। एडवोकेट श्री राम के मुताबिक यह नकदी वह किसी प्लाट की खरीद-फरोख्त के संदर्भ में अपने साथ लेकर आया था । एडवोकेट श्री राम के साथ मारपीट करने और नकदी लूटने के बाद गाड़ी में सवार हमलावर पासमें ही मौजूद कच्चे रास्ते से भाग निकले । इसके बाद भी हमलावरों की गाड़ी का नंबर नोट करने सहित उनकी पुख्ता पहचान के लिए पीछा किया गया । पीछा किया जाने के दौरान भी गाड़ी में सवार होकर आए हमलावरों के द्वारा एडवोकेट के मुताबिक फिर से मारपीट की गई और पुलिस में शिकायत देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई । हालांकि इस दौरान एडवोकेट के द्वारा हमलावरों के द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी का नंबर नोट कर लिया गया । पटौदी कोर्ट के एडवोकेट श्री राम के साथ दिनदहाड़े मारपीट और नकदी लूटने की घटना की पटौदी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट संदीप यादव के द्वारा कड़े शब्दों में निंदा करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की गई है । दूसरी ओर यह भी चर्चा गरम है कि जिस गाड़ी का अपराधिक तत्वों के द्वारा वारदात में इस्तेमाल किया गया और अपराधिक तत्व की पहचान जटोली के रहने वाले युवकों के तौर पर ही किया जाने की बात सामने आई है। इस संदर्भ में पटौदी एसीपी हरेंद्र शर्मा को फोन कर पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए संपर्क किया जाने पर फोन कॉल को रिसीव नहीं किया जा सका और ना ही पुलिस अधिकारी की तरफ से कॉल बैक भी की गई। लेकिन जिस प्रकार से देहात से लेकर शहर और शहर में भी व्यस्त रहने वाले सड़क मार्ग पर मारपीट सहित नगदी लूटने की वारदात को अंजाम दिया जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, इस प्रकार की वारदात और घटनाएं निश्चित ही आम जनमानस के लिए चिंता का कारण महसूस की जा रही है। Post navigation कांग्रेस चिंतन शिविर से पिछडों, वंचितों व दलितों की बदलेगी दशा, बढेगी राजनीतिक भागीदारी : सुनीता वर्मा बीजेपी के आठ साल का लेखा जोखा, छल, प्रपंच, पाखंड, झूठ और धोखा : सुनीता वर्मा