सिलेंडर की कीमत हजार के पार, बंद करो ये अत्याचार : श्रुति चौधरी चरखी दादरी जयवीर फोगाट 07 अप्रैल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने घरेलू गैस की कीमतों में पचास रुपए की बढ़ोतरी को लेकर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि एक बार में गैस सिलेंडर की कीमतों में भारी उछाल से सरकार का जनविरोधी चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि आज घरेलू सिलेंडर की कीमत एक हजार से पार हो गई हैं इससे गृहणियों का रसोई का बजट हिल गया है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ महीने में सिलेंडर की कीमत सौ रुपए बढ़ाकर तेल कंपनियों की आड़ में सरकार ने लोगों की जेब पर सीधा डाका डाला है। उन्होंने कहा कि बढ़ती हुई महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है और सुरसा की तरह बढ़ रही महंगाई ने सबका जीना मुहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस अत्याचार को सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि इन विपरीत परिस्थितियों में कांग्रेस पार्टी जनता के साथ है और उनके हकों की आवाज बुलुन्द करती रहेगी।श्रुति चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने केंद्र में 2014 में जिस वक्त सत्ता छोड़ी थी उस समय गैस के एक सिलेंडर का मूल्य 410 था आज उसकी कीमत एक हजार को पार कर गई है। उन्होंने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग की जनता जहां मंहगाई से त्रस्त है वहीं सत्ताधारी चैन की बंसी बजा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय जब गैस और तेल की कीमतों में जब नाम मात्र को वृद्धि होती थी तो भाजपाई अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते थे आज पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि गत चुनाव से पहले जनता से ढेरों वायदे करने वाले भाजपाई और आज उनके साथ गठबंधन निभा रहे जजपा नेता सत्ता के नशे में मदहोश हैं। बहुत से गांवों में पीने के पानी के लाले पड़े हुए हैं और बिजली के अनगिनत कटों से शहर वासियों के साथ ग्रामीण भी भारी परेशान हैं। श्रुति चौधरी ने कहा कि सरकार की उदासीनता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा के लोग बिजली को तरस रहे हैं और हमारे यहां से बिजली गुजरात भेजी जा रही है। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए मंहगाई पर रोक लगाने के साथ बिजली- पानी के हालात सुधारने को कहा ताकि जनता को राहत मिल सके। Post navigation आईजी ममता सिंह ने थाना सदर दादरी का किया निरीक्षण किसी मंदिर, मस्जिद, सत्संग में ना जाना लेकिन अपनी मां को खुश कर लेना, मां से बड़ा सत्संग, ध्यान साधना चिंतन इस विश्व में दूसरा नहीं है : हजूर कंवर साहेब जी