लड़कियों को बोलने की हिम्मत प्रदान करें अभिभावक चरखी दादरी जयवीर फोगाट 27 अप्रैल,बेटियों के बिना परिवार अधूरा रहता है। बेटी घर में हो तो आदमी का जीवन सुखमय बना रहता है। हमें अपनी बेटियों को बोलना और दुनिया का सामना करने की हिम्मत देनी चाहिए। उपायुक्त प्रदीप गोदारा ने आज कैंप ऑफिस में दादरी जिला की समाजसेवी व स्वयंसेवी संगठनों से जुड़ी छात्राओं को सम्मानित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि लड़कियों के बिना परिवार में वो चहल-पहल नहीं होती, जो उनके होने से होती है। बेटी घर में हो तो घर भरा-भरा लगता है। हमें बेटियों की इज्जत करनी और उनकी कद्र करनी आनी चाहिए। हर आदमी बेटी या महिला को सम्मान की दृष्टि से देखे और उसका आदर करे। उन्होंने कहा कि लड़कियों को घर से बाहर निकलने पर कई बार विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हम उन्हें सिखाए कि कानून और पुलिस उनकी रक्षा के लिए बनाए गए हैं। किसी भी हालात में लड़कियों को घबराने की बजाय साहस से उसका मुकाबला करना आना चाहिए। यह हिम्मत तभी पैदा हो सकती है, जब परिवार बेटी के साथ खड़ा हो। माता-पिता लड़कियों को कमजोर नहीं, बल्कि ताकतवर बनाएं। प्रदीप गोदारा ने कहा कि लड़कियों को खामोश नहीं रहना चाहिए। अपनी दु:ख-तकलीफ परिवार में या किसी सक्षम अधिकारी के समक्ष बतानी चाहिए। आमतौर पर लड़कियां इस बात से डरती हैं कि वे कोई बात घर में कहेंगी तो माता-पिता उसकी पढ़ाई या घर से बाहर निकलना ना छुड़वा दें। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। अब जमाना बदल चुका है। दुनिया पर महिलाओं का भी उतना ही अधिकार है, जितना कि पुरूषों का। आज समाजसेवी संगठन झांसी की रानी व प्रेरणा ग्रुप की कार्यकर्ताओं को उपायुक्त ने सम्मानित किया। इन संगठनों के पदाधिकारियों ने भी सम्मान के लिए उपायुक्त प्रदीप गोदारा का आभार जताया। Post navigation एमडीयू कुलपति की अयोग्यता की जाँच की मांग को लेकर इनसो ने मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन। 25000 रुपये की रिश्वत लेते पुलिस का एएसआई रंगे हाथों गिरफ्तार