गुरुग्राम – अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की जिला शाखा के तत्वावधान में आयोजित कलश एवं शोभा यात्रा में शामिल कलशधारी महिलाओं की भीड़ देख शहरवासी भी हैरान रह गए। एक ही रंग की साड़ी में सिर पर कलश धारण कर सड़क पर उतरी इतनी भारी संख्या में महिलाओं की वजह से यात्रा संचालन में भी थोड़ा विलंब हुआ। शोभा यात्रा में शामिल झांकियों की ही चर्चा शहर भर में हर जगह सुनाई दी। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. गिरीश कुमार संघी के आहवान पर शनिवार को नव संवत्सर एवं वैश्य दिवस के अवसर पर महासम्मेलन की जिला इकाई एवं महासम्मेलन की महिला शाखा के तत्वावधान में कलश एवं शोभा यात्रा का आयोजन किया गया था। वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में इस आयोजन की करीब एक महीने से व्यापक तैयारियां की जा रही थीं। महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष डॉ. मंदीप किशोर गोयल, जिला महासचिव अरूण अग्रवाल एवं गजेन्द्र गुप्ता, कोषाध्यक्ष धीरज गुप्ता तथा युवा जिलाध्यक्ष विवेक गुप्ता सहित सभी पदाधिकारी अपनी पूरी टीम के साथ इस आयोजन को सफल बनाने में जुटी थी।

इन्हीं के साथ महासम्मेलन की महिला उपाध्यक्ष अनीता अग्रवाल, महिला जिलाध्यक्ष मिनाक्षी गुप्ता, जिला कार्यकारी अध्यक्षा सुरुचि गोयल, जिला महासचिव मीना गर्ग एवं ज्योति गुप्ता, कोषाध्यक्ष डिंपल गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष मीना एमडीएच, अमन गोपाल जिंदल, मधु, मंजू गोयल, क्षमा गर्ग, स्वाति गुप्ता, ऊषा गुप्ता, डोली गुप्ता तथा मीनू गर्ग सहित अनेक प्रमुख महिला पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्यों ने अपनी टीम को साथ ले कलश यात्रा के लिए महिलाओं को संगठित एवं उत्साहित कर रही थीं।

उनका लक्ष्य कलश यात्रा में ग्यारह सौ महिलाओं को शामिल कराने का था। लेकिन कलश यात्रा के लिए महिलाओं में ऐसा उत्साह जागा कि भूतेश्वर मंदिर से यात्रा आरंभ होने के समय तक ढाई हजार महिलाओं का हुजूम उमड़ पड़ा। महिलाओं का हुजूम और उत्साह देख एक बार तो आयोजकों को भी समय पर कलश यात्रा शुरु कराने में दिक्कत उठानी पड़ी लेकिन जल्द ही व्यवस्थित रूप से कलश यात्रा शुरु कर ली गई। कलश यात्रा का नेतृत्व कर रही वैश्य महासम्मेलन की महिला शाखा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल की धर्मपत्नी श्रीमती अनीता अग्रवाल का कहना है कि कलश यात्रा में महिलाओं का उत्साह देख कहा जा सकता है कि महिलाएं अपनी संस्कृति से जुड़ी हुई हैं।

ऐसी शोभा यात्रा पहली बार देखने को मिली:- रोशन लाल मंगला (पिंटू)

गुरुग्राम शहर में ऐसी भव्य एवं ऐतिहासिक शोभा यात्रा पहली बार देखने को मिली। शहर के व्यापारी नेता रोशन लाल मंगला उर्फ पिंटू ने बताया कि ऐसे भव्य शोभा एवं कलश यात्रा पहली बार देखने को मिली। झांकियों की शोभा देखते ही बनती बनती थी। मथुरा, मेरठ, बड़ौत और गुरुग्राम से शामिल झांकियां सतरंगी छटा बिखेर रही थीं। पहली बार किसी भी शोभा यात्रा में 25 से अधिक झांकियांे को शामिल किया गया। बंचारी के नगाड़े की थाप पर बाजार के व्यापारी झूम-झूम कर नाचने लगे। महाराजा अग्रसेन की झांकी और महालक्ष्मी जी की झांकी के स्वरूप अद्वितीय वैश्य समाज की शान लाला लाजपतराय की झांकी और देशभक्ति से ओत-प्रोत कारगिल की झांकी विशेष रूप से दर्शनीय थी। शिव तांडव की थपकी पर कलाकारों द्वारा भवूत लगाकर चलना और हरिद्वार के अखाड़े के द्वारा सजीव प्रदर्शन करना लोगों को विशेष रूप से आकर्षित कर रहा था। खाटू श्याम बाबात की झांकी गुरुग्राम के श्याम रंगीला परिवार द्वारा सजाई गई झांकी से समापन और प्रसाद वितरण पर लंबी कतार लगी रही।

महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष डॉ. मंदीप किशोर गोयल का कहना था कि रेलवे रोड़ पर पंकज गुप्ता, ओल्ड रेलवे रोड़ पर देवेन्द्र गुप्ता हरीश बेकरी द्वारा यात्रा में शामिल सभी का ठंडाई और मिठाई से स्वागत किया। सदर बाजार में अलंकार ज्वैलर्स, श्रीराम ज्वैलर्स, कान्हा ज्वैलर्स, अमरनाथ रोशनलाल, अमीचंद मक्खन लाल, गुप्ता मैडिकल एजेसीज़ इत्यादि अनेक व्यापारियों द्वारा जगह-जगह पर जलपान की अद्भूत व्यवस्था की गई थी जिससे झांकी में शामिल कलाकर और प्रतिष्ठित सामाजिक लोगों ने इन व्यवस्थाओं की खुलकर प्रशंसा की।

पूर्व विधायक एवं अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के महासचिव उमेश अग्रवाल का कहना है कि ऐसे आयोजन से हमें अपनी सनातन संस्कृति से जुड़े रहने की सीख तो मिलती है। नई पीढ़ी को भी हमें अपने सांस्कृतिक सरोकार से परीचित होने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि बड़ौत, मथुरा व मेरठ से मंगवाई गई झांकियों और ढोल नगाड़ों ने शोभा यात्रा की भव्यता को और बढ़ा दिया।

महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष मंदीप किशोर गोयल का कहना है कि सेक्टर पांच से शुरु होकर रेलवे रोड़ के चिंतपूर्णी मंदिर, न्यू कॉलोनी मोड़, मदनपुरी रोड़ और पटौदी चौक होते हुए भूतेश्वर मंदिर पहुंची जहां से शोभा यात्रा की अगुवानी कलश धारण किये ढाई हजार महिलाओं के भारी भरकम दल ने की। उन्होंने इस बात पर खुशी ज़ाहिर की कि इतना विशाल कार्यक्रम पूरी शांति और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो गया। उन्होंने व्यवस्था में हाथ बंटाने और कलश एवं शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत करने और जलपान की व्यवस्था करने वाले व्यापारियों का भी आभार व्यक्त किया है। 

One thought on “वैश्य महासम्मेलन की कलश यात्रा में ढाई हजार महिलाओं की भीड़ देख शहरवासी हैरान …..”
  1. Very beautiful and nicely decorated and managed. Vaish Samaj is very happy.
    Congratulations to all.

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