खरीफ फसल के मुआवजे में भेदभाव का लगाया आरोप

बाढड़ा जयवीर फोगाट

01 मार्च, हरियाणा के कृषि मंत्री जे.पी दलाल ने बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र के ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का दौरा जरुर किया है लेकिन वह केवल औपचारिकता ना बनकर रह जाए। यह बात प्रदेश के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान ने मीडिया को जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के बाद कृषि मंत्री के दौरे से किसानों को फसल में हुए नुकसान के उचित मुआवजे की आस जरूर बंधी है साथ में खरीफ फसल में हुए भेदभाव का डर भी सता रहा है। इसकी बड़ी वजह यह रही कि सरकार के उदासीन रवैये और प्रशासनिक अधिकारियों के रुचि ना लेने से किसान मुआवजे से वंचित रह गए थे।

उन्होंने कहा कि उन्नत टेक्नोलॉजी का अपना महत्व है। उनके अनुसार प्रदेश में जब से भाजपा सरकार आई है कृषि क्षेत्र व अन्यत्र भी स्कीम पर स्कीम लांच कर रही है। उन्होंने कहा कि एक पूरी तरह से समझ में भी नहीं आती कि दूसरी स्कीम आ जाती है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के अल्पज्ञान के चलते सरल स्वभाव के लोग अत्यंत लाभकारी योजना का पूरा लाभ नहीं उठा पाते। उन्होंने कहा कि ताबड़तोड़ योजनाएं लादने से भ्रम ही पैदा होता है और विशेषकर किसानों के लिए बहुत सी स्कीमें जी का जंजाल बन गई हैं।

मान ने कहा कि भाजपा सरकार ऐसी नीतियां थोप रही है जो किसान को नुकसान पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस वर्ष कच्चे पाम ऑयल पर आयात शुल्क घटा दिया है जिसके परिणामस्वरूप सरसों और तिलहन को खुले बाजार में वैसे भाव नहीं मिलेंगे जैसे गत वर्ष  मिले थे। उन्होंने कहा कि सरकार की यह मंशा किसानों को सीधे आर्थिक नुकसान पहुंचाने की है जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस नीति के कारण कच्चे तेल को प्रोसेस करके बड़ी कंपनियां चांदी कूटेंगी और किसान घाटे में रहेंगे।

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