नारनौल, रामचंद्र सैनी

 रामपुरा हाउस व राव इंद्रजीत परिवार का इस क्षेत्र से खासतौर पर दक्षिण हरियाणा के लोगों से दिल से लगाव रहा हैं। जिनकी बदौलत इस पिछडे हुए क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थपित हुए हैं। और इस क्षेत्र के विकास के लिए चाहे हमें आर-पार की लड़ाई लडऩी पडे, लेकिन हम पिछे नहीं हटेगें। और आज मै भी अपनी राजनीति यहां से शुरू कर रही हू, जिसके लिए आप सबका आर्शिवाद लेने आई हूॅ। इस क्षेत्र के विकास के लिए हमने काफी लडाई लड़ी हैं और कई बार हम कामयाब भी नहीं हुए ,लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी। और आज हमारा जो वजूद हैं वो आप सब के सहयोग व समर्थन से हैं। चाहे बात कोरियावास मेडिक़ल की हो, लॉजिस्टिक हब की हो या फिर हाईवे कॉरिडोर की हो। ये सब मुमकिन हो पाया है तो हम सब के प्रयास और राव इंद्रजीत के सहयोग से हो पाया हैं। लेकिन कुछ नेता इसका श्रेय अकेले लेने की बात कर रहे हैं। उक्त बाते भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की पुत्री आरती राव ने गांव नायन में शहीद भूपसिंह ग्राउड़ में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि अब एकजुट होने का समय आ गया हैं। उन्होंने कहा कि 2009 में जब परिसीमन हुआ था तो सभी ने सोचा था कि कि परिसीमन करके इस परिवार की बाजुएं काट दे ताकि इनके पास जो ताकत है वो बिखर जाए। लेकिन उनको ये नहीं पता था कि हम सीमाओ से नहीं जुडे है हम लोगों से दिल से जुडे हे। उन्होंने कहा कि मै ये मानती हूॅ कि कुछ फैसला जरूर आया है लेकिन आज मै यहा इस फासले को कम करने यहा आई हू। ताकि आने वाले समय में हम सब मिलकर एक साथ मजबूती से काम कर सके।

उन्होंने राव इंद्रजीत द्वारा इस क्षेत्र में करवाए गए विकास कार्य को गिनवाते हुए कहा कि हम सब जानते है कि हमारा इलाका डार्कजोन व पिछड़ा हुआ हैं। जिसके लिए 2013 में राव इंद्रजीत ने नांगल चौधरी में जल प्रबधंन रैली की भी थी। मेरे दादा विरेंद्र सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री के समय एक एंग्रीमेंट में उन्होंने रावी व्यास नदी का पानी राजस्थान-पंजाब व हरियाणा में बराबर देने की बात कही थी। लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री ने उनके एंग्रीमेंट को रद्द कर दिया। जिसके बाद ये मामला प्रेजीडेंड के पास गया। उन्होंने कहा कि 2013 में राव इंद्रजीत ने आप सभी लोगों के समर्थन से नांगल चौधरी में जल प्रबंधन रैली की। उनके आह्वान पर आप सब व उन्होंने पोस्टकार्ड के जरिए चीफ जस्टिक को पत्र लिखा ताकि ये मामला जल्द से जल्द अपने पक्ष में आए और हमें अपने हिस्से का पानी मिल सके। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने हमारे पक्ष में जबाव दिया कि आपके हिस्से का पानी आपको मिलेगा।

उन्होंने बताया कि मनमोहन की काग्रेंस सरकार में पहले वेस्टर्न डेडिकेट रेल कोरिडोर जो कि दादरी से होते हुए झांसी कोटा जा रहा था। उस समय प्लानिंग आफिसर आलु बालिया मुखिया थे। जब राव साहब को इसकी भनक लगी तो उन्होंने प्लानिंग मुखिया से बात की और बताया कि पहला एक तो यह रूठ लंबा है और दूसरा चम्बल नदी के उपर से होगर गुजरना पडेगा। जहां का रस्ता बहुत ही कठिन  हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप ये रूठ बदलकर नारनौल-रेवाड़ी कर दो तो सरकार को बहुत बचत होगी और इस इलाके के नौजवानों के लिए रोजगारी के अवसर खुल जाएंगे। जिसके बाद आलु बालिया जी ने एक सर्बे करवाया और सर्वें में राव साहाब की बात सही सिद्व हुई और उसके बाद उनकी इस बात पर मुहर लगाकर 75 लाख करोड़ के इस कार्य को शुरू करवाया। और ये लाईन आज नारनौल-रेवाड़ी होकर जा रही हैं। जिसका इलाके के लोगों को फायदा मिल रहा हैं। इसी कोरिडोर से वजीराबाद-नोएडा लॉस्जिस्टक हब का निर्माण शुरू हो गया हैं। जोकि बावल में बनना था। लेकिन बावल के किसानों ने ज्यादा मुआवजा लेने के बात कही जिस पर राव इंद्रजीत ने किसानों को उनकी जमीनें वापिस करवाई। जिसके बाद नारनौल नांगल चौधरी व बावल के प्रतिनिधी राव साहब के पास पंहुचे और किसाों द्वारा जमीन देने की बात कही। जिसके बाद उन्होंने एक सर्वे करवाया जिसमें घाटाशेर-बसीरपुर नेशनल हाईवे जगह लॉजिस्टिक हब के लिए बिल्कुल सही लोकेशन साबित हुई। जिसके बाद किसानों को मुआवजा राशि देकर जमीन इक्वायर कर लाजिस्टिक हब का निर्माण कार्य शुरू हो चुका हैं।

इसी कड़ी में मेडिकल कॉलेज को भी कोरियावास में स्थपित करवाया। जिसका निर्माण चल रहा हैं। ताकि यहां के बच्चों को बाहर मेडिकल की पढ़ाई के लिए न जाना पडे। उन्होने कहा कि पहले सडके बहुत खराब थी। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। जिसके बाद राव इंद्रजीत व सांसद धर्मवीर चौधरी ने परिवहन मंत्री नितिन गडक़री से मिलकर नेशनल हाईवे ११, नेशन हाईवे१५२ व नेशनल हाईवे १४८ का निर्माण के बारे में चर्चा की और आज यह बनकर तैयार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि राव इंद्रजीत ने हमेशा सही और सच्चाई का रास्ता चुना हैं भले ही उसमें नुकसान कितना भी हो। कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने से पहले उन्होने शहीद भूपसिंह की प्रतिमा पर माला अर्पन की। उन्होंने कहा कि शहीदों और वीर सेनानियों की वजह से आज हम खुल आसमान में चैन से रह रहे हैं। इनके बदौलत ही हम सब सुरक्षित हैं। कार्यकर्ताओं ने आरती राव का सम्मेलन में पंहुचने पर फूल-मालाए व पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। ।

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