उपायुक्त ने घर जाकर सम्मानित किया आईएनए सिपाहियों की वीरांगनाओं को।

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

25 जनवरी,उपायुक्त प्रदीप गोदारा ने कहा है कि देश के लिए अपना बलिदान देने वाले वीरों और राष्टभक्तो को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। देशभक्तों की वीर गाथा आज भी हमें राष्ट्र सेवा व समर्पण का पाठ सिखाती हैं।

गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में उपायुक्त आज स्वयं आईएनए के सिपाही रहे गांव फतेहगढ निवासी नानकचंद डूडी की धर्मपत्नी चावली देवी और स्थानीय लोहारू रोड पर रह रहीं गांव कादमा निवासी भगवानाराम की पत्नी सरमण देवी को सम्मानित करने उनके निवास स्थान पर गए। उपायुक्त ने दादरी रावलधी बाईपास पर गांव समसपुर निवासी अंतर्राष्टट्रय पहलवान रहे वयोवृद्घ 92 वर्षीय सज्जन सिंह को भी सम्मानित किया। सज्जन सिंह को पिछले दिनों ही राष्ट्रपति ने सर्वोच्च खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि आईएनए के प्रति दादरी जिला के जांबाज सिपाहियों का विशेष रूझान रहा, जिसकी बदौलत यहां के अधिकांश सैनिकों ने नेताजी का साथ दिया और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

उपायुक्त ने कहा कि पहलवान सज्जन सिंह ने भी वर्ष 1960 के रोम ओलंपिक, वर्ष 1962 के एशियाड गेम्स, वर्ष 1966 के एशियाड, वर्ष 1970 के कॉमनवेल्थ खेलों में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 1970 में रूस्तम ए हिंद का खिताब हासिल किया था। इस अवसर पर सुरेंद्र डूडी, जिला सूचना व जनसंपर्क अधिकारी संदीप हुड्डा, अजय कौशिक इत्यादि उपस्थित रहे। उपायुक्त के अलावा प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने भी आज वीरांगनाओं व पूर्व सैनिकों को उनके घर जाकर सम्मानित किया।

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