खेतों से जल निकासी ना होने के चलते, दिन प्रतिदिन होती जा रही है भूमि बंजर

जल निकासी से होगा अनेक समस्याओं का समाधान।
पीड़ित किसान भूखे मरने की कगार पर
गुहार- सरकार व प्रशासन यहां से ड्रेन खुदाई करवा, ड्रेन नंबर 8 में मिला दे तो हो सकता है समाधान।
जिले से सरकार में दो-दो हालिया चेयरमैन फिर भी समस्याओं से परेशान।

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

08 जनवरी – दादरी जिले के लगभग 20 से 25 गांव जो कि जिला झज्जर, रोहतक की सीमा से सटे गांव जैसे समसपुर, भागवी, सरूपगढ़-सांतौर, कन्हेटी, बिगोवा, इमलोटा, मोरवाला, बास, रावलधी, झिंझर आदि ग्रामीणों के खेतों में जल भराव की समस्या काफी वर्षो से बनी हुई है। पिछली बरसात का पानी आज तक खेतों में खड़ा है, जिसके कारण 70 से 80% जमींदार अपनी भूमि का उपयोग खेती के लिए नहीं कर पाए है। 

प्रशासन व सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जल भराव होने के कारण ग्रामीण अपनी खेती नहीं कर पा रहे है, जिससे जमींदारों के भूखे रहने की स्थिति दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। प्रभावित क्षेत्र के मौजिज व्यक्तियों ने कहा कि यदि सरकार व प्रशासन दादरी से एक ड्रेन का निर्माण करवाकर ड्रेन नम्बर 8 में मिला दे तो दादरी जिले के ग्रामीणों को साफ एवं स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि अब सीवरेज एवं बरसात का पानी नहरों में डाला जा रहा है जो हमारे घरों में पीने के पानी के रूप में उपयोग हो रहा है। अगर ड्रेन का निर्माण हो जाएगा तो गंदा पानी उसमें डाला जाएगा जिससे आमजन को साफ एवं स्वच्छ जल उपलब्ध हो पाएगा और जमींदारों की भूमि बंजर होने से बच पाएगी। इस समस्या से निजात पाने के लिए ड्रेन का निर्माण ही एकमात्र विकल्प है। 

उन्होंने ने कहा कि दादरी जिले में दो-दो चेयरमैन होने के बावजूद भी जिला की जनता को गंदा पानी पीने में मजबूर होना पड़ रहा है। दो-दो चेयरमैन होने के बावजूद भी दादरी जिला बहुत पिछड़ा हुआ है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से अपील की है कि इससे पहले की उक्त भूमि बंजर हो, उससे पूर्व खेतों में जल भराव एवं गंदे पानी की समस्या से निजात दिलवाने के लिए शीघ्र ही सरकार को इस ओर ध्यान देकर ठोस कदम उठाने चाहिए। अन्यथा मानसून का आगमन पुनः नजदीक है और समस्या ज्यों की त्यों बनी रही तो शायद ही आने वाली पीढ़ी इस भूमि पर खेती कर पाऐं।

You May Have Missed

error: Content is protected !!