साइकिल यात्रा से नशा खत्म नही होगा, कड़ी नीति बनाने की जरूरत। गुरिंदरजीत सिंह
राज्य में प्रतिबंधित दवाइयो की बिक्री पूर्ण रूप से बंद हो। गुरुग्राम
स्कूलों के 90 यार्ड के भीतर ही बिक रहे है तंबाकू पदार्थ, सरकार प्रशासन आँखे बन्द कर देख रहा है युवाओ को नशेड़ी बनते हुए। गुरिंदरजीत सिंह
आम जन, अधिकारियो और मीडिया का सहयोग चाहिए। गुरिंदरजीत सिंह
गुरुग्राम : गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है।

आम जन, अधिकारियो और मीडिया का सहयोग की अपील
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि वे नशे को जड़ से समाप्त करने का प्रयास कर रहे है। इस लिए वे नशे की प्रवृत्ति को जड़ से समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे। इस मुहिम में वे सब का साथ चाहते है, इस वे आम जन, अधिकारियो और मीडिया का अपील करते है कि वे सब इस मुहिम उनको सहयोग दे।
उन्होंने कहा कि नशे करने वाला व्यक्ति बीमार व्यक्ति है। नशा एक बीमारी है। इस लिए वे नशा मुक्ति के लिए ऐसे मरीजों की काउंसलिंग करके लत को दूर करना चाहते है।
स्कूलों के आस पास तंबाकू पदार्थ बिकने कब बन्द होंगे?
गुरिंदरजीत ने कहा कि नशे के खिलाफ मुहिम में पीछे उन्होंने कई कार्य किए। स्कूलों के बाहर बिक रहे तंबाकू पदार्थो के खिलाफ मुहिम छेड़ी। जिस के लिए वे डीसी गुरुग्राम, सीएमओ एमसीजी, कमिशनर एमसीजी, डीसीपी वेस्ट, डीईओ गुरुग्राम को अपना ज्ञापन सौंप चुके है। जिस पर कारवाही भी हुई। पर कारवाही संतोषजनक नहीं हुई। कई स्कूलों के पास से खोखे बंद करा दिए गए थे। पर आज कुछ महीने बीत जाने के बाद फिर वही खोखे दुबारा आ गए है।
चौक चौक और हाईवे पर खुले ठेके, कब होंगे बंद?
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि शराब के ठेकों के बाहर भी उन्होंने प्रदर्शन किया था। और मांग की थी कि चौक चौक और हाईवे पर खुले ठेके बंद होने चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में नशे की प्रवृत्ति का समूल नाश करना चाहते है। हाईवे पर ठेके होने कारण वाहन चालक भी आसानी से पहुंच कर ददारू पीते है। फिर पी कर शाराब वाहन चलाने से सड़क दुर्घटना के शिकार होते है।
इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए वे लोगों का साथ चाहते है। नशे की लत में आ चुके कई गरीब परिवारों का भविष्य चौपट हो रहा है। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। परिवार और बच्चों के भविष्य की चिंता दूर करने के लिए उन्होंने नशे के खिलाफ मुहिम चलाई है। और लोगो को जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा।
साइकिल यात्रा से नशा खत्म नही होगा, कड़ी नीति बनाने की जरूरत।

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार एक तरफ तो साइकिल यात्रा निकलवाती है, पर दुसरी तरफ नशे को बढ़ावा दे रही है। हर चौक, हाईवे पर शाराब के ठेके है। राज्य में कॉर्पोरेट शाराब पॉलिसी भी बीजेपी सरकार ही लाई। जिस से अब कॉर्पोरेट ऑफिस में शाराब परोसी जायेगी।
उन्होंने कहा कि आज गुरुग्राम शराब बिक्री में पहले नम्बर आ गया है। क्या बीजेपी सरकार आम जन को नशेड़ी बनाना चाहती है? बीजेपी सरकार एक तरफ तो राज्य में साइकिल चलवा नशा छोड़ने के बात करती है, दुसरी तरफ गुरुग्राम के हर चौक और हाईवे पर शराब के ठेके खोल दिए है। साथ ही तंबाकू पदार्थो की बिक्री पर कोई नियंत्रण नहीं। अब तो एनसीआर क्षेत्र में गुरुग्राम शाराब में सबसे आगे है। साथ ही जगह जगह खोखे खुले हुए है। स्कूलों के बाहर भी तंबाकू पदार्थ बिक रहे हैं। और देश के भविष्य विद्याथियो को नशेड़ी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों के 90 यार्ड के भीतर ही बिक रहे है तंबाकू पदार्थ, सरकार प्रशासन आँखे बन्द कर देख रहा है युवाओ को नशेड़ी बनते हुए। प्रतिबंधित ई-सिगरेट बिकने की भी खबरे आम है।
राज्य में प्रतिबंधित दवाइयो की बिक्री पूर्ण रूप से बंद हो।
उन्होंने कहा कि गैर मान्यता प्राप्त क्लिनिक/हॉस्पिटल/केमिस्ट के चलन से राज्य में प्रतिबंधित दवाइयो की बिक्री हो रही है। ऐसे में शासन प्रशासन क्या कर रहा है? प्रतिबंधित दवाएं बेचने वाली मेडिकल दुकानों पर कार्रवाई के आदेश तो आते है। कारवाई के नाम पर पूरे राज्य में ऐसी एक दो दुकाने ही बंद करवाई जाती है।
निष्कर्ष:
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार, स्वास्थ्य मंत्री, राज्य व जिला प्रशासन स्कूलों के बाहर बिक रहे नशीले पदार्थों पर रोक लगाने में नाकाम साबित दिख रहा है। चौक और हाईवे पर खुले शराब के ठेके इस बात की गवाही देते है कि हरियाणा सरकार साइकिल यात्रा निकाल सिर्फ ढोंग कर रही है। अगर सच में हरियाणा को ड्रग फ्री हरियाणा बनाना चाहते हो तो पहले जगह जगह खुले शाराब के ठेके बंद करो, और स्कूलों कॉलेजो के बाहर, आस पास खुले तंबाकू पादर्थ बेचने वाले खोखे बंद करवाओ।