-कांग्रेस ने जिन बलिदानियों की अनदेखी की, उन्हें इतिहास की पुस्तकों में जगह दिलाएंगे: धनखड़
-प्रतिनिधि मंडल सदस्यों के साथ गुरुग्राम पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
-धनखड़ ने कहा : कांग्रेस के पाप का प्रायश्चित नहीं

गुरुग्राम – स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने काला पानी की पांच दिवसीय यात्रा पर निकला हरियाणा भारतीय जनता पार्टी का 129 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल पोर्ट ब्लेयर की सेलूलर जेल और वाइपर द्वीप से बलिदानियों की मिट्टी लेकर शनिवार को हरियाणा वापिस लौट आया।

वापिस लौटते ही भाजपा डेलिगेशन ने उन स्वतंत्रता सेनानियों को इतिहास की पुस्तकों में जगह दिलाने का संकल्प दौहराया, जिनका सर्वस्व बलिदान के बाद भी देश की पुस्तकों में उल्लेख नहीं किया गया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने साफ कहा कि इन बलिदानियों को इतिहास की पुस्तकों में जगह दिलाएंगे और इनकी शौर्य गाथाओं को घर-घर पहुंचाएंगे। ओपी धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस ने हजारों बलिदानियों के साथ उपेक्षा भरा व्यवहार कर ऐसा पाप किया है, जिसका कोई प्रायश्चित नहीं है। अंग्रेजों की क्रूरता के शिकार और कांग्रेस की उपेक्षा के शिकार शहीदों को न्याय दिलाने का काम भारतीय जनता पार्टी और इसका कार्यकर्ता करेगा।

हरियाणा पहुंचने से पहले पोर्ट ब्लेयर में ही आजादी के अमृत महोत्सव के आगामी दिनों की रणनीति बनाई गई। पोर्ट ब्लेयर से ही प्रदेश अध्यक्ष ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरियाणा में भाजपा के सभी मंडल अध्यक्षों से बात की और इस संबंध में दिशा निर्देश दिए कि कैसे बलिदानियों की गाथाओं को प्रदेश के बच्चे-बच्चे तक पहुंचाया जाए। धनखड़ ने आजादी के लिए काला पानी में यातना झेलकर शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों का दर्द ब्यां करते हुए कहा कि सेलूलर जेल में एक ऐसा फंदा बनाया हुआ है, जिसमें एक साथ तीन को फांसी दी जाती थी। इस फंदे पर एक लोहे का छल्ला भी है, जिससे स्वतंत्रता सेनानियों की दर्दनाक मौत होती थी। इसके अलावा स्वतंत्रता के लिए लडने वाले मतवालों से कोहलू चलवाया जाता था। हाथ बांधकर दीवार से लटका दिया जाता था। उनको कंकर मिला घटिया खाना दिया जाता था। धनखड़ ने बताया कि सेलूलर जेल में स्वतंत्रता सेनानियों के साथ बहुत अमानवीय व्यवहार होता था, लेकिन आजादी के बाद भी कांग्रेस ने न तो इन बातों का जिक्र बाहर आने दिया और न ही उन क्रांतिकारियों का, जिन्होंने ये सब झेला।

कांग्रेस ने सेलूलर जेल के इतिहास को समाप्त करने का षडयंत्र रचा
धनखड़ ने बताया कि कांग्रेस ने जेल के इतिहास को खंडित करने की कोशिश भी की, जिसके चलते आधी जेल को तुड़वाकर गोविंद बल्लभ पंत अस्पताल बनवा दिया ताकि सैकड़ों शहीदों और इस जेल का इतिहास दब जाए। लेकिन जब जनता पार्टी की सरकार आई तो मोरारजी देसाई ने वर्ष 1979 में इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर कांग्रेस की नापाक कोशिश पर पानी फेर दिया था।

धनखड़ ने बताया कि वाजपेयी की सरकार में यहां स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की पट्टी लगाई थी, जिसमें सावरकर के यह बोल लिखे थे कि हमने यह रास्ता इमोशंस में नहीं चुना, हमको पता था कि इसके क्या परिणाम होंगे।, लेकिन वाजपेयी की सरकार जाते ही कांग्रेसी सरकार ने उस सावरकर की पट्टी को हटाकर महात्मा गांधी की पट्टी लगा दी। जबकि गांधी जी कभी काला पानी की इस जेल में आए ही नहीं। जेल में बने ज्योति स्तंभ से सावरकर की पट्टी हटाने पर 2004 में बीजेपी ने सुषमा स्वराज के नेतृत्व में यहां विरोध भी जताया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने सावरकर जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानी का अपमान जारी रखा। हालांकि अब भाजपा सरकार बनने के बाद खुद अमित शाह ने ज्योति स्तंभ पर फिर से सावरकर की पट्टी लगवा दी है।

….और फांसी से पहले ही कर देते थे अंतिम क्रिया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के साथ काला पानी में हुई हृदयविदारक घटनाओं को जब तक घर-घर नहीं पहुंचा देंगे चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने बताया कि सेलूलर जेल में एक चबूतरा बना हुआ है, जिस पर लिखा हुआ है कि यहां फांसी से पहले अंतिम क्रिया की जाती है। धनखड़ ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि किसी की फांसी से पहले ही अंतिम क्रिया कर दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि दरअसल यहां कोई क्रिया ही नहीं होती थी और फांसी के बाद सीधे स्वतंत्रता सेनानियों को समंदर में फेंक दिया जाता था ताकि उनको अपने देश की मिट्टी भी नसीब न हो सके।

भाजपा के मीडिया सह प्रमुख अरविंद सैनी ने बताया कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के दिशानिर्देशों पर अमृत महोत्सव के आगामी दिनों की कार्ययोजना बना चुकी है। प्रदेश भर में जिला स्तर पर और प्रदेश स्तर के अनेक कार्यक्रम निश्चित है। प्रदेश अध्यक्ष खुद अगले सप्ताह से इन कार्यक्रमों के नीमित प्रदेश भर में दौरा शुरू करेंगे।

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