नेताओ पर कार्यवाही से कतराता नगर निगम

सार्वजनिक संपत्ति का होता ग़लत इस्तेमाल निगम फिर भी शांत

ऋतुराज

गुरुग्राम। शहर में आप किसी भी सड़क से गुजरेंगे तो आपको रास्ते बताने वाले बोर्ड्स पर नेताओ के बधाई संदेश चिपके मिलेंगे। अगर आप रास्ता भटक भी जाते है तो इसमें इनका कोई दोष नही क्योकि इंडिया डिजिटल हो चुका है किंतु आप गूगल मैप का इस्तेमाल नही करते। शहर में आप नए है या रास्तो से अनजान है तो गूगल मैप के सहारे ही आपको अपनी मंजिल तक पहुचना होगा। क्योंकि जनता के पैसे से रास्ता बताने वाले नगर निगम के बोर्ड्स पर नेताओ का एकाधिकार है। हालाकि जनता में भी इसके खिलाफ रोष है और सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल लेते है किंतु कुम्भकर्णी नींद सोया नगर निगम गुरुग्राम एक प्रेस रिलीज कर फिर सो जाता है या यूं कहें कि नेताओ पर कार्यवाही करने से कतरा रहा है। अधिकारियों को डर है कि कही हमने प्रेस रिलीज ओर नियमो के अनुसार इन अवैध होर्डिंग लगा कर शहर को गंदा करने वाले नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज करते है और चालान करते है तो कही CBI ED NCB इन्हें निशाना न बना ले।

नगर निगम ने पिछले हफ्ते एक प्रेस नोट जारी कर मन की बात की तरह जनता और इन नेताओं को बताया था कि रविवार तक उन्होंने ये अवैध होर्डिंग खुद नही हटाए तो सोमवार से इनके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और चालान किया जाएगा। किन्तु मंगलवार शाम तक निगम ने कोई FIR दर्ज नही करवाई ओर न हो कोई चालान किया। जबकि शहर में इस आदेश के बाद ओर नेताओ के जन्मदिन आ गए और पूरा शहर उनके बधाई संदेशों के अवैध होर्डिंग्स से फिर पाट दिया गया। हम बस जनता को यही सलाह देंगे कि शहर में किसी मंजिल तक जाना है तो गूगल मैप के भरोसे रहिए गलती से आपका डेटा खत्म हो गया तो आपकी मंजिल दूर हो जाएगी

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