सरकारी संस्थानों में कुछ सीमाएँ होते हुए भी सुशासन के साथ वे और बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं : बंडारू दत्तात्रेय

 चण्डीगढ़- 28 दिसंबर- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने सभी विश्वविद्यालयों का आहवान किया है कि वे विश्वविद्यालयों को गुणवत्तापूर्वक ढांचागत व एकैडमिक सुविधाओं से सुदृढ़ कर नैक  ¼NAAC½ के श्रेष्ठ मानदण्डों के अनुरूप बनाएं। इससे शिक्षा के क्षेत्र में क्रान्तिकारी सुधार होंगे। उन्होंने यह बात उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए – गुणवत्ता तथ्य पत्र और सिफारिशें  ‘Quality Fact Sheet and Recommendations’       नामक पुस्तक का विमोचन करने उपरान्त अपने सम्बोधन में कही। इस पुस्तिका को नैक द्वारा तैयार किया गया है। पुस्तक में उच्च शिक्षा गुणवत्ता बढ़ाने बारे सिफारिश की गई है।

 उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के संदर्भ में पुस्तक में दी गई सिफारिशों से सरकारी संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार के रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थानों में कुछ सीमाएँ होते हुए भी सुशासन के साथ वे और बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि अधिकांश छात्र सरकारी संस्थानों में पढ़ते हैं। इन संस्थानों में अच्छा बुनियादी ढांचा और अन्य शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करना हमारा दायित्व है। इसके लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश की संख्या बढ़ाई जाने की आवश्यकता है। उच्च शिक्षा के सभी संस्थानों में गरीब वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास  व शिक्षा से सम्बन्धित अन्य सुविधाएं भी बढ़ानी होंगी।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में 51 विश्वविद्यालय हैं। 267 सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों में से 148 मान्यता प्राप्त हैं। उन्होंने सभी शिक्ष्ण् संस्थानों को कहा कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों का समुचित कौशल विकास हो। उन्होंने कहा कि हमारी उच्च शिक्षा वर्तमान सन्दर्भ के अनुसार रोजगार, उद्यमिता के अनुरूप है और इसे आगे बढ़ाने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति और अधिक कारगर सिद्ध होगी।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि हमारे छात्र नौकरी ढूढ़ने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनंे। इसको ध्यान में रखकर व्यावसायिक कोर्सों का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। विश्वविद्यालायों में उद्यमिता और इनक्यूबेशन सेंटर भी स्थापित करने होंगे।

उन्होंने विभाग के अधिकारियों से अपील की कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में  राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक कार्य योजना के साथ काम करें, जिससे बेरोजगारी की समस्या का भी समाधान होगा।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव श्री आनन्द मोहन शरण ने विभागीय गतिविधियों के बारे में बताया। समारोह में नैक के वरिष्ठ सलाहकार श्री शाम सुन्दर, उप सलाहकार श्री निवासा, नीलेश पाण्डेय केन्द्रीय विश्वविद्यालय महेन्द्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार और चै. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रो. बी.आर. कम्बोज व विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति व शिक्षाविद व अधिकारी उपस्थित रहे।

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