पत्रकारों के सवालों का जवाब देने की बजाय पत्रकारों का मखौल उड़ाना, सत्ता अहंकार का उदाहरण : विद्रोही

भविष्य में भाजपा-जजपा विधायकों में असंतोष बढेगा और इनमें जजपा विधायकों में सबसे ज्यादा असंतोष बढना तय है। विद्रोही

9 दिसम्बर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आजादी अमृत महोत्सव के नाम पर गुरूग्राम में हरियाणा भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ की प्रैसवार्ता में पत्रकारों के तीखे सवालों का जवाब देने की बजाय सवाल पूछने वाले पत्रकारों का मखौल उड़ाने की कठोर आलोचना करते हुए इसे सत्ता अहंकार का एक और भौंडा उदाहरण बताया। विद्रोही ने कहा कि सत्ता नशे में चूर संघी नेता चाहे किसान हो या आमजन या पत्रकार हो, सभी के साथ ना केवल अभद्र व्यवहार करते है अपितु अपने बोलो से दूसरों की भावनाओं को पर चोट भी करते है। संघीयों की सत्ता अहंकार में यह आदत हो गई है कि वे अपने को श्रेष्ठ साबित करने दूसरों को छोटा व मूर्ख साबित करने का कोई मौका नही चूकते। गुरूग्राम में औमप्रकाश धनखड़ की पत्रकार वार्ता में पत्रकारों के तीखे सवालों पर वे स्वयं तो चुप रहे पर उनके साथ बैठे अन्य भाजपा नेताओं ने सवाल पूछने वाले पत्रकारों का मजाक उड़ाया। भाजपा नेताओं का यह आचरण घोर निदंनीय है। 

विद्रोही ने कहा कि यह तो तब हो रहा है जब मीडिया का एक बड़ा हिस्सा स्वतंत्र व निष्पक्ष पत्रकारिता को तांक पर रखकर संघी लाईन टो करने व सरकार की भाषा को ही महत्व देने को सबसे बड़ी पत्रकारिता मान रहे है। मीडिया के बड़े वर्ग की जी-हजूरी का ही यह साईड इफेक्टस है कि भाजपा-संघी नेताओं को तीखे सवाल अब रास नही आते और सवाल पूछने वालों का ही मजाक बनाकर वे चलते बनते है।

मीडियाकर्मियों को गंभीरता से विचारना होगा कि कहीं वे सरकार की लाईन टो करके विपक्ष की बातों को दरकिनार करने कीे पत्रकारिता करके अपने ही पैरों पर कुल्हाडी तो नही मार रहे है। विद्रोही ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का प्रभाव राजनेताआं व जनता पर तभी तक रह सकता है जब मीडियाकर्मी सरकारी पत्रकारिता करने की बजाय स्वतंत्र व निष्पक्षता के साथ मुद्दों व जनसरोकारों की पत्रकारिता करेंगे।

वहीं विद्रोही ने कहा कि हरियाणा भाजपा-जजपा खट्टर सरकार का लगभग 2 साल से अटका पड़ा गोदी मीडिया अनुसार बहुप्रतिक्षित मंत्रीमंडल विस्तार आखिरकार हो ही गया। अब इस मंत्रीमंडल के विस्तार के बाद मंत्री पद पाने के लिए लालायित विधायकों को जिन्हे मंत्री पद प्रसाद मिलना था, वह मिल गया और जो विधायक मंत्री बनने का सपना पाले हुए थे, उन्हे निराशा हुई।

मेरा निजी आंकलन है कि भविष्य में भाजपा-जजपा विधायकों में असंतोष बढेगा और इनमें जजपा विधायकों में सबसे ज्यादा असंतोष बढना तय है। नारनौंद से जजपा विधायक रामकुमार गौतम तो सार्वजनिक रूप से कह चुके है कि सरकार में भारी भ्रष्टाचार व लूट है। विद्रोही ने कहा अब जो विधायक भाजपा-जजपा सरकार में मंत्री बनकर भ्रष्टाचार की लूट में हिस्सा नही ले पा रहे है, वे अब मुखर होकर सरकार का विरोध करेंगे करके सच को उगलेंगे।

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