रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से भूमि की घटती हैउर्वरा शक्ति: कृषि मंत्री जेपी दलाल
किसानों को करनी चाहिए नई तकनीक पर आधारित जैविक व प्राकृतिक खेती : कृषि मंत्री
कहा विश्व मे सबसे पहले भारत में तैयार की गई नैनो यूरिया है एक बेहतरीन विकल्प
लोहारू क्षेत्र को कृषि व बागवानी का बनाया जाएगा हब,बाहर से देखने आयेंगे लोग
कृषि मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर उनकी प्रतिमा पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में एचएयू के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. कांबोज ने नैनो यूरिया तरल के बारे में दी जानकारी
बहल/लोहारू, 25 दिसम्बर। प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति घटती जा रही है इसलिए किसानों को नई तकनीक पर आधारित जैविक व प्राकृतिक खेती करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व मे सबसे पहले तैयार की गई नैनो यूरिया एक बेहतरीन विकल्प है। हमारे देश में निर्मित कृषि उपकरण व अन्य उत्पाद विकसित देशों से भी उत्तम किस्म के हैं। नैनो यूरिया के छिड़काव के लिए अपने ही देश मे तैयार किया गया ड्रोन से किसानों के समय की बचत के साथ-साथ छिड़काव का सुविधाजनक विकल्प है। इसके लिए सरकार एचएयू में प्रशिक्षण देकर इसे खरीदने के लिए किसानों के लिए सब्सिडी व ऋण की व्यवस्था की जाएगी।
कृषि मंत्री श्री दलाल शनिवार को गांव सिरसी में आयोजित नैनो यूरिया का फसल उत्पादन में महत्व पर विशाल विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
कृषि मंत्री ने इससे पूर्व गांव कुडल व विचार गोष्ठी में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर उनकी प्रतिमा पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कृषि मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल जी महान स्वतंत्रता सेनानी व देशभक्त थे। उन्होंने देशहित व किसान व गरीब हित में अनेक प्रभावी कदम उठाए। किसानों को केसीसी प्रदान करना, पोखरण में परमाणु परीक्षण, कारगिल युद्ध में विजय प्राप्त करना आदि अनेकों ऐसे कार्य हैं जो प्रधानमंत्री रहते श्री अटल जी ने करके दिखाएं।
कृषि मंत्री ने सिरसी में बोलते हुए कहा कि लोहारू विधानसभा क्षेत्र को कृषि व बागवानी का हब बनाया जाएगा। लोहारू क्षेत्र में घोषित सभी परियोजनाएं सम्पूर्ण होने के बाद अन्य राज्यों से टीमें इसे देखने आएंगी व अनुसरण करेंगी। इसलिए समय के साथ-साथ किसानों को भी बदलाव करते हुए नई-नई तकनीकें अपनानी चाहिए जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने के अनुसार किसानों की आय दुगुनी हो सके। कृषि मंत्री ने कहा कि अधिक रसायनिक खादों के प्रयोग के कारण मृदा स्वास्थ्य पर काफी असर दिख रहा है। उन्होंने किसानों को सजग करते हुए कहा कि जैव उर्वरक सागरिका एवं नैनो यूरिया का प्रयोग करते हुए रसायनिक खादों की 50 प्रतिशत मात्रा कम की जा सकती है। जिसके कारण मृदा स्वास्थ्य में वृद्धि खर्च में कमी तथा उत्पादन में वृद्धि होगी। इससे उत्पादित अनाज की भी गुणवंता में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि ड्रोन के माध्यम से कृषि आदानो का स्प्रे बेहतर विकल्प है इससे श्रम व लागत में कमी होगी। कृषि मंत्री ने सिरसी तथा बहल के अम्बेडकर भवन में गरीबों को कम्बल वितरित किए और कहा कि सरकार ने गरीबों के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं जिससे गरीबों को सीधा लाभ मिल रहा है। गरीब के हक को मरने नहीं दिया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एचएयू के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. कांबोज ने नैनो यूरिया तरल के बारे में किसान भाइयों को विस्तृत रूप से जानकारी दी साथ ही इसे एक क्रांतिक अविष्कार बताते हुए किसानों को यूरिया कम करके नैनो यूरिया इस्तेमाल करने की सलाह दी ।
कार्यक्रम में इफको के राज्य विपणन प्रबंधक डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने इफको द्वारा हरियाणा में चलाई जा रही किसान सेवार्थ योजनाओं की जानकारी दी साथ ही ड्रोन से कृषि रसायनों एवं नैनो यूरिया के स्प्रे की सिफारिश की। इफको के अधिकारी डॉ शंकर गोयनका ने अपने संबोधन में कृषि ड्रोन उपयोग के महत्व एवं कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत रूप से किसानों को अवगत कराया। साथ ही ड्रोन का प्रदर्शन करके किसानों को दिखाया।
इस मौके पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ मुरारी लाल ने मृदा स्वास्थ्य सुधार में जैव उर्वरक के योगदान के बारे में किसानों को जानकारी दी।डीडीए डॉ आत्माराम गोदारा ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना तथा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के पंजीकरण आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दें l इफको के क्षेत्र प्रबंधक कृष्ण कुमार ,ओमकार सिंह ने नैनो यूरिया व कृषि में पैदावार बढ़ाने व रोगों के रोकथाम के लिए जानकारी दी।