आंगनवाड़ी वर्कर्स, हैल्पर्स ने काली चुन्नी, थाली बजा, सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर डीआरओ को सौंपा ज्ञापन। प्रदर्शन के दौरान शहर में हुआ ट्रैफिक का चक्का जाम।जिला लघु सचिवालय में आंगनवाड़ी वर्कर हैल्पर धरने को हुए 9 दिन पूरे। चरखी दादरी जयवीर फोगाट 16 दिसंबर – आज आंगनवाड़ी वर्कर हैल्पर यूनियन का धरना प्रदर्शन को जिला लघु सचिवालय में नौवें दिन भी जारी रहा। नौवें दिन सभी कार्यकर्ताओं, हैल्परों ने लघु सचिवालय से रोहतक चौक पहुंचकर रोड़ जाम किया। बाद रोहतक चौक से अम्बेडकर चौक पर जाकर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार की नीतियों के खिलाफ रोष प्रकट किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं एवं हैल्परों ने काली चुन्नी ओढ़कर प्रदर्शन करते हुए चम्मच के साथ थाली बजाकर नारे बाजी की। रोष प्रकट करने के उपरांत अपनी मांगों को लेकर डीआरओ कार्यालय पहुंच सतीश कुमार यादव को ज्ञापन सौंपा। धरने की अध्यक्षता करते हुए जिला प्रधान राजवंती फौगाट ने कहा कि आज हमारे धरने को चलते हुए लगातार 9 दिन हो गए हैं, लेकिन गठबंधन सरकार व प्रशासन ने अभी तक हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि पांच माह से वेतन रोक रखा है, वह भी नहीं दे रहे है। जबकि जिला भर की आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर यूनियन के बैनर के तहत लगातार दादरी की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार आंगनवाड़ी वर्करों की मांगों को पूरा नहीं करती तब तक आंगनवाड़ी यूनियन का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आंगनबाड़ी यूनियन बीजेपी नेताओं का घेराव व पुतले दहन करने से भी पीछे नहीं हटेंगी। इस अवसर पर जिला सचिव चांदकौर रानीला, जिला उपप्रधान राजवंती कमोद, गीता मिर्च व मेला बाढ़डा, ब्लॉक-प्रथम से प्रधान मीरा सांवड़, प्रेस सचिव कान्ता दादरी, सचिव सुनील लोहरवाड़ा, कैशियर सविता मिसरी, उप-प्रधान उषा सांजरवास एवं बिमला समसपुर, ब्लॉक बाढ़डा से प्रधान कमलेश गोपी, सचिव सुशीला काकड़ौली हट्टी, कैशियर सुशीला गोपी, मनजीत कालियावास, उप-प्रधान सुनीता हुई व जगवंती कारी, सर्कल प्रधान रेनू, सर्कल प्रधान प्रेम, सर्कल प्रधान सिलोचना, सर्कल प्रधान मंजीत बौंद, मंजू बौंद कलां, सुषमा झिंझर, शकुंतला झिंझर एवं अन्य सैकड़ों वर्कर्स एवं हैल्पर्स कार्यकर्ता उपस्थित रही। Post navigation पुलिस चौकी का शुभारंभ किया एसपी ने सिविल अस्पताल में नई चौकी स्थापित, शांति व्यवस्था के लिए थी जरूरी “गुरु-शिष्य” का रिश्ता दुनिया में सबसे बड़ा : परमसंत कँवर साहेब जी महाराज