कितलाना टोल पर धरने के 327वें दिन किसानों ने की जोरदार नारेबाजी

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

18 नवंबर,संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 24 नवंबर को कितलाना टोल पर चौधरी छोटूराम की जयंती किसान मजदूर संघर्ष संकल्प दिवस के रूप में मनाई जाएगी। यह घोषणा चौधरी छोटूराम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए की। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम ने जीवन पर्यन्त किसान, मजदूर, शोषित और कमेरे के लिए संघर्ष किया और उनके उत्थान के लिए अनेक जनकल्याणकारी कानून बनवाये जिससे साहूकारों और पूंजीपतियों द्वारा किये जा रहे शोषण से मुक्ति मिली।उन्होंने कहा कि आज यही परिस्थितियां फिर से बन रही हैं जिसमें बड़े कॉरपोरेट्स गरीब और मध्यम वर्ग को निचोड़ने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन काले कानून भी इसी नीति को ध्यान में रखकर बनाये हैं। उन्होंने  कहा कि देश के अन्नदाता और मजदूर सरकार के मंसूबों को समझ गए हैं और साल भर इनको रद्द करवाने के लिए आंदोलनरत हैं।

कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 327वें दिन सांगवान खाप से सुरजभान झोझू, फोगाट खाप से धर्मबीर समसपुर, किसान सभा से नन्दराम अटेला, जाटू खाप से मास्टर राजसिंह जताई, किसान नेता बलबीर सिंह बजाड़, रामप्रताप बाजीया, डा० राजू गोरीपुर, मीरसिंह निमड़ीवाली, महिला नेत्री कमला बिलावल, ओमली बिलावल, बिमला कितलाना व मामकौर डोहकी ने संयुक्त रूप से की। उन्होंने कहा कि तीन काले बनाने के पीछे सरकार का असल मकसद किसानों की जमीन हथियाना है लेकिन इसे किसी हाल में पूरा नहीं होने दिया जाएगा। इस दौरान किसान सभा के कार्यकारी जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश, सांगवान खाप के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई, मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरेन्द्र कुब्जानगर, राजू  मान, दिलबाग ढुल, रणधीर घिकाड़ा, बलजीत फोगाट, सुशील धानक, जयपाल खाती, सुलतान खान, ओमप्रकाश दलाल, कमल सांगवान, मुन्ना पंडित, रामू पहलवान, ओमप्रजापति व समुन्द्र सिंह धायल इत्यादि मौजूद थे।

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