संसद के आगामी सत्र में फिर गूंजेगी किसानों की आवाज़ – दीपेंद्र हुड्डा कितनाला टोल धरने पर पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा किसानों को प्रताड़ित कर रही है सरकार1 साल से आंदोलनरत किसानों से सरकार को बिना शर्त बात कर समाधान निकालना चाहिएमहंगाई की मार झेल रहे किसानों को न खाद मिल रहा, न फसल की एमएसपीबारिश व जलभराव से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा तक नहीं दे रही सरकारकितलाना टोल के धरने पर 322वें दिन महंगाई को लेकर किसानों ने जताया रोष चरखी दादरी जयवीर फोगाट 12 नवम्बर,तीन काले कानून ना केवल किसान बल्कि मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी समेत सभी वर्गों की कमर तोड़ने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी को मौका मिलते ही पहली कलम से तीनों कानून रद्द किये जाएंगे। यह बात राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन ऐतिहासिक है जिसमें 700 से ज्यादा शहादत हो चुकी हैं उसके बावजूद शांतिपूर्ण ढंग से जनांदोलन जारी है। उन्होंने कहा कि बिजाई के समय किसान डीएपी के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जो ये कहते थे कि एमएसपी थी, है और रहेगी आज चुप्पी साधे हुए हैं। पहले बाजरे की खरीद रोकी अब बहुत से जिलों में धान की खरीद रोककर अपना असली चेहरा दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में केंद्रीय मंत्री के बेटे ने सत्ता के नशे में किसानों को कीड़े मकोड़ों की भांति रौंद दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी इस दर्दनाक घटना की निंदा तक नहीं की उल्टे मंत्री को पुलिस संरक्षण दिया हुआ है। उन्होंने बढ़ती मंहगाई को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार को गरीब और मध्यम वर्ग का कोई ख्याल नहीं है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर धरने के 322वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, फोगाट खाप से धर्मपाल महराणा, श्योराण खाप से बिजेन्द्र सिंह बेरला, किसान सभा से ईश्वर दातोली, युवा कल्याण संगठन से कमल प्रधान, किसान नेता गंगाराम श्योराण, बलबीर सिंह बजाड़, मास्टर राजसिहं जताई, महिला नेत्री ओमली बिलावल, कमला बिलावल, कृष्णा गोरीपुर, रतनी डोहकी व कृष्णा छपार व पंवार खाप से बलवन्त रानीला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। मंच संचालन किसान सभा के कामरेड ओम प्रकाश ने किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक सोमबीर सिंह, राव बहादुर सिंह, संदीप सिंह, राजबीर फरटीया, धीरज अखारिया, अजय वैद्य, किशोर शर्मा प्रदान, राकेश शर्मा, नरसिंह डिप्टी, ओमप्रकाश, अभिजीत लाल सिंह, धरमेंदर सांगवान, राजेश बढेसरा, अनूप बढेसरा, विकास जाटुल लोहारी, अजीत बामला, अनिल धनखड, अशोक कादयान आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे। मनीषा सांगवान, अभिजीत लाल सिंह, पवन बुवानीवाला, नितिन जांघू, राजेंद्र धानक कालुवास, उमेद सिंह पातुवास, सुशील धानक, मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, जगदीश हुई, नरेन्द्र धनाना, महेन्द्र धानक, सुबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह धायल, राजेन्द्र जांगड़ा, पृथ्वी सिंह नम्बरदार, कप्तान रामफल डोहकी, अनूप बडेसरा, रामानन्द धानक, फिरोजखान, सत्यवान कालूवाला राजकुमार हड़ौदी शामिल थे। Post navigation आशा वर्करज यूनियन के पदाधिकारियों, सदस्यों द्वारा आज अपनी मांगों को लेकर किया धरना प्रदर्शन ऐतिहासिक किसान आन्दोलन भाजपा सरकारों की ज्यादतियों के बावजूद पकड़ रहा मजबूती