साहित्य ‘हिन्दी-दिवस’ पर विशेष: चुनौतियों के बावजूद विश्व में बढ़ते हिंदी के कदम, दुनिया में लोकप्रिय हो रही है हिन्दी 13/09/2020 Rishi Prakash Kaushik युद्धवीर सिंह लांबा किसी भी देश की उन्नति में मातृभाषा, राष्ट्रीय भाषा या राजभाषा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से यह…
गुडग़ांव। साहित्य लघुकथा : बावरा 12/09/2020 Rishi Prakash Kaushik डा. सुरेश वशिष्ठ, गुरुग्राम मेरी आकांक्षाओं और पिपासित होठों को उसने शांत कर दिया । जीवन में खुशी का अविरल स्रोत बहने लगा । तूफान, उसे मिलने के बाद ठहर…
साहित्य हिंदी दिवस विशेष : मातृभाषा सीखने से भविष्य की पीढ़ियों को अपने सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने के साथ संबंध बनाने में मदद मिलेगी 12/09/2020 Rishi Prakash Kaushik मातृभाषा में पढाई वैचारिक समझ के आधार पर एक घरेलू प्रणाली के साथ सीखने और परीक्षा-आधारित शिक्षा की रट विधि को बदलने में मदद करेगा। जिसका उद्देश्य छात्र के अपनी…
साहित्य पंजाब में लेखकों की नयी पीढ़ी को प्रोत्साहन की कमी : डाॅ अजय शर्मा 10/09/2020 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय पंजाब की लेखकों की नयी पीढ़ी को वरिष्ठ लेखकों द्वारा प्रोत्साहन की कमी है । एक समय भीष्म साहनी , निर्मल वर्मा , यशपाल , मोहन राकेश और…
गुडग़ांव। साहित्य लघुकथा : छायाँजली 10/09/2020 Rishi Prakash Kaushik डा. सुरेश वशिष्ठ, गुरुग्राम छायाँजली बहुत दिनों से चुप थी । हृदयमित्र नवन्दु से किसी बात पर नाराजगी थी । बहस चली और दोनों में बातचीत बंद हो गई थी…
साहित्य हिसार पेंटिंग से मिलता है सुकून : युक्ति धीर 09/09/2020 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय पेंटिंग बनाने से मुझे सुकून मिलता है और लाॅकडाउन में मेरे इस शौक ने मुझे अकेला नहीं रहने दिया । यह कहना है पंजाब के लुधियाना की पेंटर…
साहित्य हिसार सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान दे पाऊं , बस इतना अरमान : जैनेंद्र सिंह 03/09/2020 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान दे पाऊं , बस इतना सा अरमान है । जो यात्रा तय की उसे पुस्तक रूप मे नयी पीढ़ी तक पहुंचा सकूं । यह…
साहित्य रही नहीं चौपाल में, पहले जैसी बात ! नस्लें शहरी हो गई, बदल गई देहात !! 31/08/2020 Rishi Prakash Kaushik मनुमुक्त ट्रस्ट द्वारा अंतरराष्ट्रीय कवि-सम्मेलन आयोजित एक दर्जन देशों के कवियों ने किया वर्चुअल काव्य-पाठ संभागी कवि-कवयित्री : लगभग साढ़े तीन घंटों तक चले इस ऐतिहासिक कवि-सम्मेलन में काठमांडू (नेपाल)…
साहित्य हिसार शुभतारिका का लघुकथा विशेषांक 31/08/2020 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय बहुत बहुत बधाई भाभी व संपादिका उर्मि कृष्ण व विजय को । मेरी जानकारी अनुसार यह शुभतारिका का कम से कम चौथा लघुकथा विशेषांक है और ऐसा स्नेह…
साहित्य हिसार मेरा पैगाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे 25/08/2020 Rishi Prakash Kaushik लघुकथा के साथ आधी सदी -कमलेश भारतीय लघुकथा के साथ मेरा आधी सदी का सफर पूरा होने पर मेरा यह एक सौ लघुकथाओं का संग्रह आपके हाथों में होगा ।…