Category: साहित्य

सांस्कृतिक पत्रकारिता में जो कुछ सीखा वह नई पीढ़ी को देना चाहता हूं : अजित राय।

-कमलेश भारतीय मैं एक सांस्कृतिक पत्रकार हूं -साहित्य, रंगमंच , सिनेमा और संस्कृति के क्षेत्र में जो काम किया , उसे युवा पीढ़ी तक पहुंचा सकूं, यह कहना है संस्कृति…

तिरंगा सतरंगी क्यों हुआ ?

–कमलेश भारतीय लाल किले की प्राचीन पर अपने होश ओ हबास से लेकर आज तक हर गणतंत्र दिवस पर देश के प्रधानमंत्री को तिरंगा ही लहराते देखा और फिर गर्व…

कविता संग्रह “लौट आता हूँ ” लोकार्पित

रेखाओं और शब्दों के संयुक्त प्रयास से सुसज्जित संग्रह को मिली सराहना. कवि त्रिलोक कौशिक एवं चित्रकार सुधीर त्रिपुरारि के साझा प्रयास को बताया अनूठा. सुरुचि परिवार का साहित्यिक आयोजन…

मानव भावनाओं को समझने में साहित्य का योगदान : खट्टर

-कमलेश भारतीय मानव भावनाओं को समझने में साहित्य का बड़ा योगदान है । साहित्यकार का समाज में बड़ा अस, होता है । यह कहना है हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल…

वरिष्ठ पत्रकार अमित नेहरा ने लिखी ‘कहो ना’ पुस्तक

-कहो ना से पहले चार पुस्तकें लिख चुके हैं-कहो ना, विश्वविख्यात ई-कॉमर्स कम्पनी अमेज़न पर ई-बुक के रूप में उपलब्ध है। गुरुग्राम, 22 जनवरी। वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और राजनीतिक विश्लेषक…

यह पत्रकारिता का दुर्भाग्यपूर्ण दौर : राहुल देव

कमलेश भारतीय यह पत्रकारिता का दुर्भाग्यपूर्ण दौर है। यह पत्रकारिता देश को विभाजन-पूर्व की स्थितियों में पहुंचा रही है । यह नकारात्मक पत्रकारिता भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरनाक है ।…

जहां समर्पण, वहीं सफलताः शालू जिन्दल

-कमलेश भारतीय जेएसपीएल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल का जीवन समर्पण, कड़ी मेहनत, लगन और दर्शन का बेमिसाल उदाहरण है। उन्होंने पारिवारिक दायित्वों के साथ-साथ सामाजिक दायित्व भी बखूबी…

मशालें लेकर चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के

-कमलेश भारतीय अजी किसान आंदोलन के चलते बहुत से गीत लोकप्रिय हो रहे हैं और इन गीतों में हाल ही में पंजाब सरकार द्वारा शिरोमणि साहित्यकार घोषित किया गये कवि…

error: Content is protected !!