चंडीगढ़ दिल्ली

- राष्ट्रपति 29 नवंबर को कुरुक्षेत्र से करेंगी इस मुख्यमंत्री परिवार स्वास्थ्य परीक्षण योजना का…

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा से जुड़ी अन्य मांगों को रखा केंद्रीय वित्तमंत्री के समक्ष…

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 ‘’मेरी मुख्यमंत्री और अधिकारियों से बातचीत हुई है, एक-दो दिन में इसका हल निकल जाएगा’’ स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा ‘इस मसले पर मुख्यमंत्री ने भी संज्ञान लिया है, मानवता के आधार पर मरीजों को हड़ताल से कोई नुक्सान न हो इसका डाक्टर भी ध्यान रखें”  हरियाणा में हर व्यक्ति का बनेगा मेडिकल कार्ड, पहले चरण में अंत्योदय परिवारों का हेल्थ चेकअप होगा : स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए मंत्री अनिल विज ने कहा, ‘’आम आदमी पार्टी को अपने लिए नियमित मनो-वैज्ञानिक रखना चाहिए’’ नई दिल्ली, 25 नवम्बर - हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने प्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल पर बयान देते हुए कहा कि इस मसले पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने संज्ञान लिया है और उनकी आज ही मुख्यमंत्री और अधिकारियों से बात हुई है। उन्होंने उम्मीद करते हुए कहा कि आगामी एक-दो दिन में इसका हल निकल जाएगा। नई दिल्ली हरियाणा भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने  सभी डॉक्टरों से आह्वान करते हुए कहा कि ‘’डॉक्टर आंदोलन करें यह उनका अधिकार है, मगर मरीजों को इसका नुक्सान नहीं होना चाहिए और मानवता के आधार पर डाक्टरों को यह देखना चाहिए।“ हर हरियाणवी का होगा मेडिकल चेकअप, ई-उपचार से जुड़ेंगे डिजिटल कार्ड : अनिल विज हरियाणा में शुरू होने जा रहे स्वास्थ्य सर्वेक्षण पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हम हर हरियाणवी का मेडिकल चेकअप करना चाहते हैं और हमें पता होना चाहिए कि हमारे प्रदेश में भिन्न- भिन्न बीमारियों के कितने मरीज है और इस कवायद को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। पहले चरण में अंत्योदय परिवारों का चेकअप किया जाएगा। उनका पूरा मेडिकल चेकअप, टेस्ट, ब्लड सेंपल लिए जाएंगे। हम अपनी प्रयोगशालाओं को भी सक्षम बना रहे हैं और लोगों को डिजिटल कार्ड दिए जाएंगे। ये कार्ड ई-उपचार सिस्टम से जुड़े होंगे। उन्होंने कहा कि मरीज हरियाणा के किसी भी अस्पताल में जाएंगे तो ई- उपचार के जरिए उन्हें मेडिकल सुविधा अस्पताल में मिलेगी। अभी मेडिकल कालेज व पीएचसी को ई-उपचार से जोड़ने के लिए मैनें कहा है। अभी हमारे प्रदेश में 55 अस्पताल ई-उपचार से जुड़े हुए हैं और डाक्टरों को ई-उपचार के जरिए मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री कंप्यूटर पर उपलब्ध होगी जिससे डाक्टरों को मरीज के बार-बार टेस्ट नहीं कराने पड़ेंगे। इससे मरीज को बहुत ज्यादा लाभ होने वाला है और हरियाणा प्रदेश का पहला राज्य है जो यह कदम उठा रहा है। चुनावी हार से आम आदमी पार्टी के सभी नेता डिम्प्रेशन का शिकार :  विज…

चंडीगढ़ दिल्ली

चंडीगढ़, 23 नवंबर -  हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने बुधवार को नई दिल्ली…

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”वोकल-फॉर-लोकल” के लिए बड़े स्तर पर प्रयास कर रही हरियाणा सरकार – मूलचंद शर्मा अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले, दिल्ली में हरियाणा राज्य दिवस के अवसर पर पहुंचे परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा नई दिल्ली, 20 नवंबर – हरियाणा के परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा एक औद्योगिक हब बनकर ऊभरा है। औद्योगिक क्षेत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था निरंतर प्रगति की ओर बढ़ रही है, इसमें हरियाणा प्रदेश का भी महत्वपूर्ण योगदान है। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में एक बेहतरीन औद्योगिक माहौल बनाया है, जिससे छोटे, मझोले व बड़े उद्योग प्रदेश में लगातार स्थापित हो रहे हैं। परिवहन मंत्री रविवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण द्वारा आयोजित हरियाणा राज्य दिवस के अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का नारा दिया है। इस नारे को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश में आगे बढ़ाया है। उनके नेतृत्व में हरियाणा बुलंदी की तरफ बढ़ रहा है। इसी का असर है कि देश और प्रदेश में आए दिन नवाचार के नए-नए स्टॉर्टअप शुरू हो रहे हैं। इससे न केवल युवाओं को रोजगार मिल रहा है बल्कि यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए भी फायदेमंद है। नए-नए स्टॉर्टअप से स्थानीय उत्पाद बाजार में उपलब्ध हो रहे हैं। इससे वोकल-फॉर-लोकल का सपना साकार हो रहा है। कुछ भारतीय उत्पाद न केवल स्थानीय बाजारों बल्कि विदेशी बाजारों तक अपनी पहुंच बना रहे हैं, इससे लोकल-टू-ग्लोबल तक हमारे उत्पाद पहुंच रहे हैं। देश विदेश की बात करें तो हरियाणा अग्रिम पंक्ति में खड़ा है।  ”वोकल-फॉर-लोकल” के लिए बड़े स्तर पर प्रयास कर रही हरियाणा सरकार परिवहन मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने भी वोकल-फॉर-लोकल के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए हैं। प्रदेश में खादी को बढ़ावा देने के लिए खादी ग्रामोद्योग बोर्ड बनाया गया है। इस बोर्ड और तकनीकी शिक्षा के अधिकारियों को तालमेल करके खादी के आधुनिक उत्पाद तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। ‘एक जिला-एक उत्पाद‘ योजना में हरियाणा अग्रणी राज्य बनकर उभेरगा। हरियाणा में ‘एक जिला-एक उत्पाद‘ से भी आगे बढ़कर ‘एक ब्लॉक-एक उत्पाद‘ कार्यक्रम को लागू किया जा चुका है। प्रत्येक ब्लॉक में उस ब्लॉक के लोगों द्वारा बनाए गए बेहतरीन उत्पाद के लिए एक कलस्टर बनाया जा रहा है। हरियाणा में सभी 143 ब्लॉक में कलस्टर बनाए जा चुके हैं, जिनमें पदमा योजना के तहत चुने गए ब्लॉक के अनुसार उत्पाद तैयार किए जाएंगे। लोकल से ग्लोबल होने की जरुरत परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हमें लोकल से ग्लोबल होने की जरुरत है। स्थानीय उत्पादों को न केवल देश बल्कि विदेशों में भी प्रमोट करना चाहिए। देश में आज एक से बढ़कर एक उत्पाद बनाए जा रहे हैं, जो हर पैमाने पर उत्कृष्ठ हैं। ऐसे उत्पादों को विदेशी बाजारों तक पहुंचाने की जरुरत है। हरियाणा सरकार ने प्रो-एक्टिव गवर्नेंस और टाइमली इम्पलीमेंटेशन (प्रगति) के तहत सभी जिलों के लिए निर्यात योजनाएं तैयार की है। जिला स्तर पर उत्पाद को शॉर्टलिस्ट कर उसके लिए जिला स्तरीय निर्यात योजना तैयार की गई है। प्रत्येक जिले में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक ‘जिला स्तरीय निर्यात संवर्धन समिति‘ का गठन भी किया गया है। इसी तरह रसद, कृषि, निर्यात और सेवा निर्यात जैसे सभी प्रकार के व्यापार संबंधी मुद्दों की समीक्षा के लिए राज्य स्तर पर व्यापार संवर्धन समिति का गठन किया गया है। हरियाणा सरकार ने विदेश सहयोग विभाग का किया गठन परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में विदेश सहयोग विभाग बनाया है, जो आयात और निर्यात की संभावनाओं की तलाश करता है। राज्य में गुरुग्राम व फरीदाबाद में ऑटो मोबाइल, आईटी, टैक्सटाइल, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, कैमिकल व फार्मास्यूटिकल उद्योग स्थापित हैं।इसी प्रकार झज्जर में फुटवीयर, सोनीपत में ऑटो मोबाइल पार्ट्स, एग्रो व फूड प्रोसेसिंग उद्योग, पानीपत में टैक्सटाइल, यमुनानगर में प्लाइवुड व बर्तन, अम्बाला में वैज्ञानिक उपकरण, सिरसा में एग्रो एण्ड फूड, हिसार में लोहा व स्टील उद्योग, धान के कटोरे के रूप में विश्वविख्यात करनाल अब फुटवीयर व कृषि उपकरण उद्योगों के लिए भी जाना जाता है। अन्य जिलों में भी हम वहां के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर उन्हें निर्यात की श्रेणी में लाने का प्रयास कर रहे हैं।  हरियाणा के उत्पादों का निरंतर बढ़ रहा निर्यात परिहवन मंत्री ने कहा कि हरियाणा के उत्पादों का निर्यात निरंतर बढ़ रहा है। कृषि उपकरण और कृषि खाद्य उत्पाद में 2,080 करोड़, चावल निर्यात में 13,736 करोड़, हथकरघा, हस्तशिल्प और चमड़ा उत्पाद में 11,524 करोड़, ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट में 9,225 करोड़, रेडिमेड कपड़ों में 5,687 करोड़, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और मशीनरी पार्ट्स में 3,924 करोड़, केमिकल और दवाईयों में 3.526 करोड़ व आईटी के क्षेत्र में 88,840 करोड़ रुपये का निर्यात हो रहा है। इससे पूर्व, परिवहन मंत्री ने हरियाणा पवेलियन में पहुंच कर अलग अलग स्टॉल का निरीक्षण किया। इसके बाद कार्यक्रम स्थल में पहुंच कर दीप प्रज्वलित हरियाणा राज्य दिवस का शुभारंभ किया।…

चंडीगढ़ झज्जर दिल्ली

कैंपस की स्थापना को लेकर दिल्ली के हरियाणा भवन में  सीएम मनोहर लाल ने की आईआईटी दिल्ली के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक स्वस्थ्य विज्ञान & तकनीक के समावेश से नई हेल्थ केयर प्रौद्योगिकियां होंगी विकसित- सीएम मरीजों के साथ खिलाड़ियों को मिलेगा लाभ, विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर भी होंगे सृजित- सीएम विशेष कोर्सों और ट्रेनिंग प्रोग्राम से युवाओं की होगी स्किलिंग  नई दिल्ली, 20 नवंबर। हरियाणा के झज्जर जिला के गांव बाढ़सा में लगभग 50 एकड़ भूमि पर आईआईटी दिल्ली का एक्सटेंशन सेंटर स्थापित होगा। इस सेंटर की स्थापना को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने रविवार को दिल्ली के हरियाणा भवन में आईआईटी दिल्ली के अधिकारियों के साथ बैठक की।इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, तकनीकी शिक्षा तथा उच्चतर शिक्षा विभागों के प्रधान सचिव श्री विजयेंद्र कुमार, महानिदेशक श्री राजीव रतन के अलावा आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बेनर्जी व डीन तथा अन्य प्रोफेसरगण उपस्थित रहे। बैठक में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गांव बाढ़सा में आईआईटी दिल्ली के एक्सटेंशन सेंटर की स्थापना को मंजूरी दी और आईआईटी दिल्ली की टीम को आश्वस्त किया कि इस मामले में हरियाणा सरकार उन्हें पूरा सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि बाढ़सा में स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान से मिलने वाले मरीजों के डाटा और स्वस्थ्य विज्ञान का आईआईटी दिल्ली की टेक्नोलॉजी के समावेश से नई हेल्थ केयर प्रौद्योगिकियां विकसित होंगी। इससे मरीजों के साथ-साथ खिलाड़ियों को भी लाभ मिलेगा। इस कैंपस में एमएससी, पीएचडी के अलावा विभिन्न प्रकार के सर्टिफिकेट कोर्स भी करवाए जाएंगे। इन विशेष कोर्सों और ट्रेनिंग प्रोग्राम से युवाओं की स्किलिंग होगी और स्थानीय युवाओं के लिए विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि यह कैंपस भारत का प्रेसीजन मेडिसिन अर्थात मरीज विशेष को किस प्रकार की दवा की आवश्यकता है, अनुसंधान से वह दवा विकसित करने का भारत का पहला केंद्र बनेगा। इसके लिए मेडिकल विशेषज्ञों से मरीज की जरूरत का पता लगाकर बायोइंजीनियरिंग के सॉल्यूशन ढूंढे जाएंगे। इससे हमारी फार्मा कंपनियों को लाभ होगा, वे कैंसर मरीजों के लिए राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के चिकित्सा विशेषज्ञों और आईआईटी दिल्ली के तकनीकी विशेषज्ञों की रिसर्च के आधार पर नई दवा विकसित कर पाएंगे जो कि हमारे मरीजों के इलाज के लिए अनुकूल होंगी। बैठक में बताया गया कि अभी कैंसर की जो दवाइयां आ रही है वे विदेशों की रिसर्च के आधार पर वहां की परिस्थितियों के अनुरूप तैयार हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस कैंपस में खिलाड़ियों को और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद देने के लिए स्पोर्टस में बेहतर प्रदर्शन और चोटिल होने से बचाने की तकनीक भी विकसित की जाएगी।  उन्होंने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ी पहले ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और जब उन्हें तकनीकी मदद मिलेगी तो वे और भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। यह तकनीक हमारे पैरालंपिक खिलाड़ियों के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों के लिए विकसित की जाने वाली तकनीक और रीसर्च को स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी राई (सोनीपत) के साथ तालमेल करके विकसित करने का सुझाव दिया ताकि खिलाड़ी उसका ज़्यादा लाभ उठा सकें।  

चंडीगढ़ दिल्ली फरीदाबाद

दिल्ली/चण्डीगढ/फरीदाबाद, 08 नवम्ंबर 2022 - विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि पंचकूला शहर में 08-09-2015…

चंडीगढ़ दिल्ली

कैलिफोर्निया पब्लिक यूनिवर्सिटी ने दी डॉक्टरेट की मानद उपाधि। सामाजिक कार्य प्रशासन में विशेषज्ञता को…

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