Category: विचार

क्या योग मजाक का विषय नहीं बन गया ?

जिमनास्टिक और योग में बहुत अंतर है अशोक कुमार कौशिक सोमवार 21 जून 2021 को समारोह पूर्वक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। जगह-जगह झुंड के झुंड के लोग बैठे और…

इमरजेंसी 25 जून पर विशेष लेख…….गुजरात में बोए गए थे इमरजेंसी के बीज

●क्या था ओझा और पटेल का विवाद●गुजरात का भजनलाल किसे कहा जाता है●मेस के खाने ने सरकार को कैसे झुकाया●क्यों बनी नव निर्माण युवक समिति●जेपी नारायण का गुजरात कनेक्शन अमित…

भाजपाई डॉ. केशव बलीराम हैड गेवार को भूले, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि धूमधाम से मनाई

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। आज भाजपा के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि भाजपाइयों ने बड़ी धूमधाम से मनाई और साथ ही एक सप्ताह के पौधारोपण अभियान का…

राष्ट्र मंच सजने लगा , नया मोर्चा बनने लगा

–कमलेश भारतीय हर बार लोकसभा चुनावों से पहले कोई न कोई नया मोर्चा बनने लगता है । अब भी महाराष्ट्र में शरद पवार नया मोर्चा बनाने की कवायद में जुटे…

कांग्रेस और तीसरे मोर्चे का गठन

-कमलेश भारतीय इन दिनों एक तरफ कांग्रेस के अंदर बाहर खलबली मची हुई है और दूसरी तरफ तीसरे मोर्चे के गठन की चर्चायें चल रही हैं । प्रशांतकिशोर नयी भूमिका…

विपक्ष की राजनीतिक हलचल तेज,तीसरे मोर्च की सुगबुगाहट शुरु

भाजपा विरोधी मोर्चा तैयार करने की कोशिश ।कांग्रेस के बिना सफल हो पाएगा तीसरा मोर्चा?कमजोर हुई कांग्रेस नहीं दे पा रही विकल्प।पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, केरल, कर्नाटक और असम में पार्टी…

कांग्रेस में सुधार की कितनी गुंजाइश,,,

-कमलेश भारतीय कांग्रेस में सुधार की कितनी गुंजाइश है ? खासतौर पर जी 23 समूह जिस तरह से आलोचना कर रहा है उस संदर्भ में क्या कोई गुंजाइश है? वीरप्पा…

“मूंछ” की लड़ाई में “फंसा” मंत्रिमंडल विस्तार टला

“झोटो” की लड़ाई मैं “झाड़का” के नाश होने से बचा “ओम”खट्टर इंद्रजीत व खट्टर गब्बर के बीच “36 के आंकड़े” कारण “विटो” हो गया मंत्रिमंडल विस्तार ।“गब्बर” से पंगा भी…

अपयश में भागीदारी के लिए विपक्ष को बुलावा

सात बरसों में पहली बार सर्वदलीय बैठक बुलाई जा रही है।कश्मीर पर कोई फैसला लेने से पहले तो इनकी राय नहीं ली गई थी। नोटबंदी, जीएसटी, कोविड महामारी के कारण…

हिंदुस्तान के लिए जैसे मिल्खा थे वैसे ही पाकिस्तान के लिए अब्दुल खलीक थे।

बंटवारे के जखम ने बड़े भाई की सोहबत ने डकैत की जगह सिपाही बना दिया मिल्खा को ।पाकिस्तान जाने की झिझक को नेहरू की समझाइस ने किया खत्म।मिल्खा बोल पड़े…

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