Category: विचार

विवादों से बाबा रामदेव का नाता

-कमलेश भारतीय योग गुरु बाबा रामदेव म्हारे हरियाणा के नाम को विवादों से जोड़ते दिख रहे हैं । कुछ वर्षों के अंदर इनकी योग में प्रतिष्ठा बढ़ी और पतंजलि एक…

आयुर्वेद ने रामदेव को बनाया है रामदेव ने आयुर्वेद को नही।

व्यापारिक हित के लिए भ्रम फैलाना उचित नही।मेडिकल विज्ञान और आयुर्वेद के ज्ञान को मिलाकर एक नई पद्दति को जन्म दे जिसमे न महंगी दवा हो न उसके असर ।…

छह माह से काले दिवस

–कमलेश भारतीय आज किसान आंदोलन की ओर से काला दिवस मनाये जाने का आह्वान है क्योंकि आंदोलन को चलते छह माह पूरे हो जायेंगे । वैसे देखा जाये तो पिछले…

ये जीवन-मृत्यु का गंभीर समय है, आपसी रस्साकशी का नहीं।

कोविड ने स्मार्ट गवर्नेंस की जगह पैदा कर दी है, सहकारी संघवाद के जरिये केंद्र और राज्यों को अविलंब विश्वास की कमी को दूर करना चाहिए, यह जीवन और मृत्यु…

“बुद्ध पूर्णिमा” पर..गौतम बुद्ध के पहले 27 बुद्ध हो चुके थे, वो 28वे बुद्धत्व थे।

गौतम बुद्ध के पहले 27 बुद्ध हो चुके थे, वो 28वे बुद्धत्व थे।. दुनियां को बनाने वाला कोई नही है, ये स्वतः चलायमान है।. कार्यकारण का सिद्धांत उन्होंने ही दिया…

युवक को थप्पड़ मारने पर डीएम को हटाने वाले सक्रिय सीएम ने मृतक आदिवासी परिवार को 30-30 हजार रुपये की भारी भरकम राशि सहायता दी।

सिलगेर,बस्तर में आदिवासी लोगों की हजारों की भीड़ पर पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसमें 3 आदिवासियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई व 30 आदिवासी घायल।बिना रोजगार व…

दंगल से अपराध की दुनिया तक , तिरंगे से कोर्ट कचहरी तक

–कमलेश भारतीय सुशील कुमार। हमारी शान । हमारा मान । तिरंगे के साथ ओलम्पिक का विजेता चेहरा । बहुत से युवा प्रेरित हुए होंगे जैसे सागर धनखड़ हुआ और सुशील…

कलेक्टर द्वारा युवक को थप्पड़ मारने के मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई,सिर्फ ट्रांसफर

उड़ीसा के बाद छत्तीसगढ़ के कलेक्टर आई सुर्खियों में।2015 में एसडीएम के पद पर रहते हुए एक बार उनको रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा था ।बाड़मेर, छत्तीसगढ़ में…

जश्न नहीं , सेवा का अवसर ,,,?

-कमलेश भारतीय भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्ढा ने बात तो बड़े पते की कही है कि मोदी सरकार की सालगिरह पर जश्न न मनायें क्योंकि यह…

लगता है कि मोदी देश के अगले राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं।

निष्ठाएँ अगर भेदभावपूर्ण हैं या उचित-अनुचित से परे अपनों के अंध-समर्थन की हद तक है, तो यह एक तरह से सामाजिक अपराध है।सत्ता की निरंकुशता और उनके भ्रष्टाचार पर बोला…

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