Category: विचार

अरें, गुड्डी इतनी नाराज क्यों? हो गई

–धनंजय कुमार कभी-कभी किसी का नाराज होना भी समझ से बाहर हो जाता है। फिर उसका समर्थन और विरोध सामने वाले की पोजीशन देखकर किया जाता है। ऐसा ही कुछ…

फिल्मी दुनिया या गटर गंगा ?

–कमलेश भारतीय कभी प्रसिद्ध कथाकार कमलेश्वर ने एक काॅलम शुरू किया था जिसका नाम था -गटर गंगा । यह काॅलम खूब चर्चित रहा । यदि आप उनका नाम न जानते…

महाराष्ट्र : न तुम हारे , न हम हारे

-कमलेश भारतीय यदि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे या एक्ट्रेस कंगना रानौत के विवाद की बात करें तो अभी तक यही कहा जा सकता है कि न तुम हारे, न…

बदनामी और बेइंसाफी में जंग

-कमलेश भारतीय यदि टी वी चैनल्ज की कवरेज देख कर कोई राय कायम करनी हो तो यह राय बनती है कि देश में खासतौर से महाराष्ट्र में बदनामी और बेइंसाफी…

आइए हुजूर आपको सितारों में ले चलूं ,,,दिल झूम जाए ,,,,

-कमलेश भारतीयसुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की या हत्या हुई । भूल जाइए आप । -कमलेश भारतीय आइए हुजूर आपको सितारों में ले चलूंदिल झूम जाए ऐसी बहारों मे ले…

आ भाई , अब चलें कुरूक्षेत्र

–कमलेश भारतीय इतने दिन आपको महाराष्ट्र के रिया चक्रवर्ती और कंगना रानौत के दर्शन और चिंतन करवाता रहा । बहुत से मित्रों ने कहा कि यह आपका विषय नहीं ।…

कंगना-राऊत विवाद में महत्वपूर्ण आम आदमी

-धनंजय कुमार कंगना-राऊत विवाद में महत्वपूर्ण आम आदमी अमिताभ बच्चन की एक फिल्म ‘गिरफ्तार‘ जो 1985 में आई थी। उसका एक गाना है, ‘धूप में निकला ना करों…‘ मैं उसकी…

कंगना और सरकार आमने सामने : जुबान पर चला दिया बुलडोजर

-कमलेश भारतीय लीजिए कंगना और महाराष्ट्र सरकार आमने सामने आ गयीं । कमाल है न ? रिया चक्रवर्ती जेल पहुंच गयी और कंगना मंडी से मुम्बई के लिए रवाना हो…

संसदीय व्यस्था से प्रश्नकाल ’को हटा दिया जाना चौंकाने वाला है

एक कार्यशील लोकतंत्र में परीक्षा के समय संकटों का सामना करने की क्षमता होनी चाहिए ताकि वहां – सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और लोकतंत्र के संस्थानों पर आधारभूत सुधार किया जा…

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