–कमलेश भारतीय कभी प्रसिद्ध कथाकार कमलेश्वर ने एक काॅलम शुरू किया था जिसका नाम था -गटर गंगा । यह काॅलम खूब चर्चित रहा । यदि आप उनका नाम न जानते हों तो फिल्म आंधी को याद कीजिए । यह फिल्म उनके उपन्यास काली आंधी पर गुलज़ार ने बनायी थी । इंदिरा गांधी और इमर्जेंसी के बीच यह फिल्म और भी सोने पे सुहागा साबित हुई थी । मनोज कुमार की फिल्म संन्यासी के डायलाॅग भी कमलेश्वर ने लिखे थे । खैर । आजकल सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मृत्यु के बाद फिल्मी दुनिया और ड्रग्स पार्टीज के साथ साथ ड्रग माफिया पर खूब चर्चा चल पड़ी है । एनसीबी रोज़ छापे मार कर ड्रग पेडलर्ज को गिरफ्तार कर रहा है । खुद कंगना रानौत ने ड्रग्ज सेवन करने और फिल्मी दुनिया की गंदगी की ओर खुले खुले शब्दों में सब कहने में संकोच नहीं किया । कंगना का कहना है कि दो मिनट के रोल के लिए आइटम डांस , रोमांटिक सीन भी हीरो के साथ सोने के बाद ऑफर किया गया जिसे कोई स्वाभिमानी लड़की कैसे करती ? इसे ही कास्टिंग काउच भी कहते हैं और डिनर पर चर्चा यही कोडवर्ड होते हैं । कितने मामले उजागर हुए । अनु मलिक और गायिका का मामला । तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर । मी टू अभियान ने भी कितनी पोल खोली फिल्मी दुनिया की । क्या सचमुच गटर गंगा है फिल्मी दुनिया ? क्या सचमुच ड्रग्स पार्टियां इसके बदनुमा दाग हैं ? क्या संजय दत्त का मामला भूला है किसी से ? फरदीन का करियर इसी ड्रग के चलते खत्म हो गया । कितने और उदाहरण होंगे । कंगना और रवि किशन ने जया भादुड़ी द्वारा इसे गटर गंगा कहे जाने पर की गयी आलोचना के जवाब में फिर कहा कि हम फिल्मी दुनिया में इस स्वच्छता अभियान को जारी रखेंगे और उनका यह भी कहना है कि हमारी थाली हमने खुद अपनी मेहनत से बनाई है । किसी ने ऑफर नहीं की तश्तरी में रख कर । इसलिए हमें न सिखायें । जया के पक्ष में भी आवाज़ें उठी हैं । संजय राउत से लेकर सोनी कपूर ,फरहान अख्तर और उर्मिला मातोंडकर तक । इसी की आलोचना करते कंगना ने उर्मिला को पोर्न स्टार तक कह दिया जबकि पिंजर फिल्म में उर्मिला ने सशक्त रोल कर वाहवाही लूटी । कंगना ने एक ऐसी बहस छेड़ दी जिसकी गूंज लोकसभा तर राज्यसभा तक सुनाई दी यानी राष्ट्रीय बहस का रूप ले गयी । अब और एक्टर्ज भी इस बहस में शामिल होते जा रहे हैं । अध्ययन सुमन और ऋतिक रोशन के साथ जब बात खुली तब कंगना को भी काला जादू करने वाली कहा गया था । शेखर सुमन ने तो कंगना को डायन तक कह डाला था । वक्त वक्त को बात है । आज यह चर्चा भी चल रही है कि कंगना राजनीति के मैदान में उतरने वाली है । यहां तक कहा जा रहा है कि बिहार चुनाव में भाजपा की स्टार प्रचारक होगी क्योंकि सुशांत बिहार से थे और इस मुद्दे को कैश करने के मूड में हैं नीतीश कुमार और भाजपा । देखिए गटर गंगा से कौन सा फूल खिलता है ? Post navigation केंद्र सरकार पर भड़की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, कहा – कोरोना के चलते 382 डॉक्टरों की गई जान जुमला दिवस और बेरोज़गारी दिवस के रूप में मना प्रधानमंत्री का 70वां जन्मदिन