Category: देश

आतंकवाद के लिए हथियार बनते ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म

डिजिटल युग में आतंकवादी युवाओं की कमजोरियों का फायदा उठाकर उन्हें अपने गुट में शामिल होने के लिए आकर्षित करने के लिए साइबरस्पेस का उपयोग कर रहे हैं। मुद्दे की…

मणिपुर में द्रोपदी का चीर हरण हो रहा है मगर धृतराष्ट्र आंखों पर पट्टी बांधे हुए है : सुनीता वर्मा

सिर्फ महिलाओं की नहीं, बल्कि देश की अस्मिता भी बेआबरू हुई है। इतनी हैवानियत पर भी सरकार खामोश है, देश की मीडिया, मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग सब के सब ख़ामोश…

भाजपा नेता मनजीत दहिया, भाट समाज सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनोहर लाल साकला भाट ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से की शिष्टाचार मुलाकात

समिति की ओर से राष्ट्रपति को स्मृति चिन्ह, सम्मान-पत्र, अंग वस्त्र, गुरूद्वारा मंजी साहिब लाखन माजरा का सिरोपा व स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित नई दिल्ली / चण्डीगढ़: 19 जुलाई:…

कांग्रेस सहित 26 विपक्षी दलों की बेंगलूरू में हुई बैठक में गठबंधन का नाम इंडियन डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलांयस

26 दलों के गठबंधन इंडिया का संकल्प पत्र स्पष्ट करता है कि देश के सामने एक वैकल्पिक राजनीति और सामाजिक, आर्थिक एजेंडा पेश किया जायेगा : विद्रोही मोदी-भाजपा-एनडीए को कांग्रेस-विपक्ष…

बीजेपी ने पांच राज्यों में नहीं बदला सीएम चेहरा तो मिली करारी शिकस्त

पिछले पांच सालों के विधानसभा चुनाव का रिकॉर्ड बताया है यह हरियाणा में भूपेंद्र यादव को पैराशूट से बनाया जा सकता है सीएम क्या दक्षिणी हरियाणा की राजनीति में होगा…

मोदी सरनेम केस : राहुल गांधी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 21 जुलाई को होगी सुनवाई

राहुल गांधी ने मोदी सरनेम मामले में गुजरात हाईकोर्ट के सजा पर रोक से इंकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. नई दिल्ली – सुप्रीम कोर्ट मोदी…

हिंदू सांप्रदायिकता के विरुद्ध थे स्वामी विवेकानंद

योगेंद्र यादव स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो की विश्व धर्म महासभा में 11 सितंबर 1893 को दिए भाषण की याद कर हर हिंदू और हर भारतीय का सीना चौड़ा हो जाता…

महिलाएँ ………….. समाज की वास्तविक वास्तुकार

हमारा समाज कहता है, पृथ्वी पर सबसे मूल्यवान वस्तु ‘स्त्रियाँ’ हैं। आइए इस धरती पर हर महिला को सलाम करें। ‘महिलाएं समाज की वास्तविक वास्तुकार हैं, वे जो चाहें वह…

दफ्तरों के इर्द-गिर्द खुशियां टटोलते पति-पत्नी ……….

आज एकल परिवार और महिलाओं की नौकरी पर जाने से दांपत्य सुख के साथ-साथ पारिवारिक सुख जो होना चाहिए वह नहीं है। बच्चे किसी और पर आश्रित होने के कारण…

क्यों पतियों को बीवी ‘नो-जॉब’ पसंद है ?

इस पुरूष प्रधान समाज में महिलाओं को घर के अंदर समेटने का तरीका है उन्हें नौकरी न करने देना। पितृसत्ता के गुलाम लोगों को लगता है कि नौकरी करने अगर…

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