Category: देश

पत्रकारिता व्यापार नहीं हो सकती और ऐसा होने पर प्रतिष्ठा न रहेगी : राजकुमार सिंह

–कमलेश भारतीय अखबार या पत्रकारिता कभी भी व्यापार नहीं हो सकते । यदि दुर्भाग्यवश ऐसा हो जाये तो इसकी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता नहीं रहेगी। यह कहना है लोकप्रिय समाचारपत्र दैनिक…

सूरज निकला, कमल भी खिला, पर अंधेरा नही छटा

आपदा का राष्ट्रधर्म, बीजेपी पूरे देश को यह समझाने में लगी है कि कोरोना के सवाल पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।मार्केटिंग की दौर में साहब जैसे अच्छे सेल्समैन तो मिल…

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि “पहली लहर के बाद हम सब लापरवाह हो गए. लोग, सरकारें, प्रशासन..

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जीवन और मृत्यु का चक्र हमें डरा नहीं सकता, भारत को अपने अनुभवों से सीखना चाहिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत…

मंच पर श्रेष्ठ रचना ही दीजिए , अच्छी रचना ही सराहते हैं श्रोता : डाॅ कीर्ति काले

-कमलेश भारतीय मंच पर अपनी श्रेष्ठ रचना ही दीजिएक्योंकि श्रोता अच्छी रचनाएं ही सुनना पसंद करते है । यह कहना है प्रसिद्ध कवयित्री डाॅ कीर्ति काले का । न्यूज चैनल…

“मजबूत” सरकार तो ‘पॉलिसी डिजास्टर’ का शिकार है ?

ना तो कोई जांच, ना कोई इस्तीफा, जेल तो सपने की बात है, राफेल तीन गुने दाम पर आया।नरसंहार की जिम्मेदारी क्यों नहीं तय हो रही है? अशोक कुमार कौशिक…

लोकसभा स्पीकर, उप राष्ट्रपति ने संसदीय समितियों की ऑनलाइन बैठकों को मंजूरी देने से किया इनकार

उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसदीय समितियों को ऑनलाइन बैठकें करने की इजाजत नहीं दी है नई दिल्ली – लोकसभा स्पीकर और उप राष्ट्रपति ने…

किसानों का वो हमदर्द जिससे काँपती थीं सरकारें

15 मई को महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर विशेष -अमित नेहरा -(लेखक वरिष्ठ पत्रकार, राजनीतिक विश्लेषक, लेखक, समीक्षक और ब्लॉगर हैं) “हाँ, वो हमारे साथ हैं। मैं किसान नेताओं…

असंतुष्टों को मनाने के दिन आए

कमलेश भारतीय आखिर कांग्रेस ने जी -23 समूह यानी असंतुष्टों को मनाने की कोशिश शुरू कर दी है । पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद यह भी तय हो…

सरकार की प्रशासनिक अक्षमता फिर टीकाकरण में भी दिखने लगी

आज मोदीनीति के कारण हालत ये हैं कि देश में टीका नहीं है।दो मामलो में कंफ्यूज नहीं है, एक तो मोदी की छवि न खराब हो और दूसरे सेंट्रल विस्टा…

आपदा में राहत: हर जिले में फौरन खुले मेडिकल कॉलेज

हेमेन्द्र क्षीरसागर, लेखक, पत्रकार व विचारक फिलहाल कोरोना महामारी से देश ही नहीं अपितु समूचा जूझ रहा है। किसी को कुछ नहीं सूझ रहा है कि इस संकट का समाधान…

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