7 महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण मामले में विनेश फोगाट की एंट्री

वायरल लेटर पर आरोपी एसपी का भी आया बयान

हरियाणा पुलिस संगठन के प्रदेशाध्यक्ष ने बैठक बुलाई 

अशोक कुमार कौशिक 

हरियाणा में कानून व्यवस्था की पोल खोल देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल हरियाणा के मुख्यमंत्री के नाम लिखी एक चिट्ठी वायरल हो रही है। जिसपर 7 महिलाओं पुलिस कर्मियों की साइन है। चिट्ठी में एक आईपीएस अफसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। चिट्ठी के अनुसार एक महिला पुलिस अधिकारी की मदद से आरोपित आईपीएस पीड़िताओं पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बना रहा था। ऐसा न करने पर एसीआर रिपोर्ट खराब करने की चेतावनी दी थी।

मामले में मुख्यमंत्री ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जांच के आदेश दिए। अब ये जांच फतेहाबाद एसपी आस्था मोदी कर रही हैं। जिसमें उन्होंने 19 पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं, अभी शिकायत की बात सामने नहीं आई है। जांच को लेकर आस्था मोदी ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी मामले की जांच चल रही है। 

हिसार क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एम रवि किरण ने कहा, ”तथ्यान्वेषी जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच जारी है।” एडीजीपी ने बताया कि जिस आईपीएस अधिकारी के खिलाफ पत्र में आरोप लगाए गए हैं, उन्होंने स्वयं मामले की गहन जांच का अनुरोध किया है। अब हरियाणा के एक आईपीएस अधिकारी पर महिला कर्मचारियों के यौन शोषण के प्रयास के आरोपों की जांच पर सवाल उठने लगे हैं। 19 महिला पुलिस कर्मियों से पूछताछ के बाद जांच अधिकारी ने दावा किया है कि अभी तक ऐसे आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है।

सोशल मीडिया के ग्रुप में वायरल हुआ पत्र

दूसरी तरफ, इंटरनेट मीडिया पर जय माता दी के नाम से बने ग्रुप में एक अन्य पत्र रविवार रात को वायरल हो गया, जिसमें कहा जा रहा है कि जांच अधिकारी ने जिन महिला पुलिस कर्मियों से पूछताछ की हैं, वास्तव में वह पीड़ित नहीं हैं।

वास्तविक पीड़ित महिला कर्मचारियों पर दबाव बनाकर उन्हें लालच दिया जा रहा है। इस पत्र में यहां तक कहा गया कि आईपीएस अधिकारी पीड़ित महिला कर्मचारियों से माफी मांगने तथा मामला रफा-दफा करने की एवज में 10-10 लाख रुपये तक देने को तैयार है।

सीएम से निष्पक्ष जांच कराने की मांग

इस पत्र के मुताबिक महिला पुलिस कर्मियों को आईपीएस अधिकारी के पास भेजने वाली दो महिला अधिकारियों ने ही आईपीएस अधिकारी की ओर से पैसा देने की पेशकश की है।

इन महिला कर्मचारियों ने सीएम से कहा है कि यदि वे निष्पक्ष जांच कराएं तो पीड़िताएं सब कुछ बताने को तैयार हैं। इसके लिए एक खुले माहौल में जांच कराने की मांग की गई है, ताकि असलियत सबको पता चल सके।

विधायक विनेश फोगाट बोलीं रक्षक ही भक्षक हो गए

वहीं अब इस मामले में रेसलर व जुलाना विधायक विनेश फोगाट की एंट्री हो गई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल चिट्ठी शेयर करते हुए लिखा कि “जैसे पहलवान बेटियों के रक्षक ही उनके भक्षक हो गये थे, वही इस बार हरियाणा की बेटियों के साथ हरियाणा पुलिस में हो रहा है। मुझे कम ही उम्मीद है कि हरियाणा या केंद्र सरकार इन हरियाणा पुलिस की महिलाओं के साथ न्याय करेंगी। इनकी आवाज़ को या तो दबा चुके होंगे अब तक, या दबाया जा रहा होगा रोज़। सारा पुलिस, राजनीतिक, दलाल तंत्र आपके परिवार और आपको तोड़ देता है और मज़बूर करता है अन्याय के साथ समझौता करने को। लेकिन जिस तरह समाज के हर वर्ग ने हमारा साथ दिया था, हम और सारा समाज भी इनके साथ हैं। दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए।”

रेनू भाटिया बोलीं बख्शा नहीं जाएगा

हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने डीजीपी को अभी तक की गई जांच की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर देने का आदेश दिया है। इसके साथ आरोपित एसपी को भाटिया ने 30 अक्टूबर को महिला आयोग के सामने पेश होने को कहा है। उन्होंने कहा कि आरोपी चाहे जितने बड़े पद पर हो बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आयोग महिला पुलिसकर्मियों से चीजों का विवरण देने के लिए आगे आने का आग्रह करता है। पुलिस महानिदेशक से सोमवार तक अभी जितनी भी जांच हुई, उसके आधार पर रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही आरोपित आइपीएस अधिकारी को भी महिला आयोग में 30 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया है।

इस आईपीएस अधिकारी के निशाने पर रहे हैं कई बदमाश

बताया जाता है कि हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स में काम कर चुके इस आईपीएस अधिकारी के निशाने पर कई बड़े बदमाश और प्रापर्टी डीलर रहे हैं। एसपी आस्था मोदी इस दिशा में भी जांच करने में जुटी हैं कि कहीं गैंगस्टर और प्रापर्टी डीलरों ने बदनाम करने के लिए इस आईपीएस अधिकारियों को किसी षडयंत्र में तो नहीं फंसाया है।

ताजा मामला गुरुग्राम में उनके किसी रिश्तेदार की प्रापर्टी से जुड़ा बताया जा रहा है। प्रापर्टी डीलर ने जब आईपीएस अधिकारी के रिश्तेदारों को डीलिंग के बावजूद प्रापर्टी नहीं दी तो गुरुग्राम के एक थाने में उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया।

आईपीएस अधिकारी बोले- मैंने खुद जांच के लिए लिखा

वहीं, आरोपित आईपीएस अधिकारी ने कहा कि चिट्‌ठी में जिनके नाम हैं, वह सभी कह रहे हैं कि यह हमारी ओर से नहीं लिखा गया है। इसके लिए मैंने फिर भी इन्क्वायरी के लिए रिक्वेस्ट की है। उन्होंने बताया कि जो महिला एसीआर खराब करने की बात कह रही है, उसने भी चिट्ठी से किनारा कर लिया है।

हरियाणा पुलिस संगठन के प्रदेशाध्यक्ष ने कही ये बात

हरियाणा पुलिस संगठन की बैठक आज हरियाणा पुलिस संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दिलावर सिंह ने बताया कि महिला पुलिस कर्मियों के यौन शोषण के प्रयास से संबंधित पत्र वायरल होने पर सोमवार को जींद में एसपी कार्यालय में संगठन की बैठक बुलाई है।

दिलवार सिंह ने कहा कि अभी तक पत्र लिखने वाली मुख्य पुलिसकर्मी नहीं मिली है, लेकिन जिन दूसरी पुलिस कर्मियों का नाम लिखा गया है, उनसे संगठन ने संपर्क किया है। सोमवार को इस मामले को लेकर आइपीएस अधिकारी से भी मिला जाएगा और इसके बाद आगामी निर्णय लिया जाएगा।

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