मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अखबारों में ब्यान देने से किसानों को खाद और डी ए पी नहीं मिल जाएगी : चन्द्र मोहन

क्या मुख्यमंत्री का हिसाब कमजोर है उन्हें मालूम नहीं कि हरियाणा में गेहूं के सीजन में 3 लाख मीट्रिक टन डी ए पी जरूरत होती है जबकि इस समय प्रदेश सरकार के पास केवल 40 हजार मीट्रिक टन डी ए पी ही उपलब्ध है ‌

पंचकूला 18 अक्टूबर- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में सरकार की नाकामी और अकर्मण्यता का ही परिणाम है कि आज प्रदेश के किसानों को खाद और डी ए पी की कमी का सामना करना पड़ रहा है जिससे सरसों की बुआई प्रभावित हो रही है और सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है और सरकार चैन की नींद सो रही है।

चन्द्र मोहन ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस दावे को किसानों के साथ धोखा बताया जिसमें उन्होंने कल गुरुग्राम में कहा था कि हरियाणा में खाद की कोई कमी नहीं है डी ए पी की थोड़ी कमी है ‌। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस ब्यान को किसानों को भ्रमित करने वाला बताते हुए कहा कि क्या मुख्यमंत्री का हिसाब कमजोर है उन्हें मालूम नहीं कि हरियाणा में गेहूं के सीजन में 3 लाख मीट्रिक टन डी ए पी जरूरत होती है जबकि इस समय प्रदेश सरकार के पास केवल 40 हजार मीट्रिक टन डी ए पी ही उपलब्ध है ‌। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लोग लाइन में सारा दिन खड़े रहते हैं और यहां तक कि डी ए पी मिलने की उम्मीद में दूसरे जिलों में जा कर अपना भाग्य आजमा रहे हैं, लेकिन अपने भाग्य को कोसने के अलावा उनको कुछ नहीं मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि महेन्द्रगढ़-नारनौल में खाद को लेकर लात-घूंसे भी चलें और हाथापाई भी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान भाजपा के कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाती थी कि किसानों को खाद और यूरिया नहीं मिल रहा है। आज भाजपा के शासनकाल में हालात ‍ बद से भी बदतर हो रहें हैं इसका उनके पास क्या जबाब है।केवल मात्र अखबारों में ब्यान देने से किसानों को खाद और डी ए पी नहीं मिल जाएगी । यह सिद्ध हो चुका है कि यह सरकार कारपोरेट घरानों के इशारों पर चलने वाली सरकार है इस लिए इस सरकार से किसी प्रकार की आशा रखना अपने आप को धोखा देना होगा।

चन्द्र मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री खट्टर की किसानों के प्रति कोई संवेदना नहीं है और यही कारण है कि किसानों पर बार-बार लाठीचार्ज करवाने से भी कोई गुरेज नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोलना बंद करके उन किसानों की सुध लेने का काम करें जो अपना सारा काम छोड़कर खाद मिलने की इंतजार में टक टकी लगाए हुए देख रहे हैं। इसके अतिरिक्त हर रोज बढ़ रहे पट्रोल और डीजल के दामों ने किसानों की चिंता को और अधिक बढ़ा दिया है।

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