मच्छरनाशक दवाई का करवाएं छिडकाव, अपने घरों के आसपास रखें साफ-सफाई – उपायुक्त डॉ यश गर्ग। गुरुग्राम 17 अक्टूबर। डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग आवश्यक सावधानी बरतें और अपने घर व इसके आस पास मच्छर न पनपने दे। यद्यपि स्वास्थ्य विभाग हरियाणा आमजन के स्वास्थ्य के लिए गंभीरता से प्रयासरत है, फिर भी नागरिकों को इन बीमारियों से बचने के लिए सचेत एवं जागरूक रहने की आवश्यकता है। इन्हीं दिनों मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है और ज्यादातर लोग मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने नागरिकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, सभी गड्ढों को मिट्टी से भर दें और रुकी हुई नालियों को साफ रखें। यदि घर में या आसपास पानी जमा होने से रोकना संभव नहीं है तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन ऑयल डालें। सभी रूम कूलरों, फूलदानों का सारा पानी हफ्ते में एक बार और पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह से खाली करें और उन्हें सुखाए और फिर भरें, घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें अगर रखें तो उसे उल्टा करके रखें। बता दें कि डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें। अपने घरों में सप्ताह में एक बार मच्छर नाशक दवाई का छिडकाव अवश्य करें। उपायुक्त ने बताया कि जिला में ब्रीडिंग चेकर, फील्ड वर्कर द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया उन्मूलन संबंधी मच्छर के लारवा की ब्रीडिंग चेक की जा रही है और ब्रीडिंग पाए जाने पर तुरंत प्रभाव से टीमों द्वारा टेमिफोस की दवाई डलवाकर लारवा को नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे हर रविवार को सभी लोग ड्राइ डे (शुष्क दिवस) के रूप मे मनाएं, जिस दौरान घर के सभी कूलर व टंकियों को अच्छी तरह से कपड़े से रगडकर साफ कर लें, फ्रिज की ट्रे का पानी जो बिजली जाने के बाद फ्रिज की बर्फ के पिघलने से ट्रे में एकत्रित होता है, उसको जरूर साफ करें। अगर साफ करना संभव न हो तो उसमे 5 से 10 एमएल पेट्रोल या डीजल का तेल डाल सकते हैं। क्योंकि फ्रिज की ट्रे के साफ पानी में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर की उत्पत्ति होती है। घर मे प्रयोग किए जा रहे एसी के पानी को एकत्रित न होने दें। उपायुक्त ने आमजन से अपील की है कि सभी को रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए व दिन के समय पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए, जिससे मच्छर के काटने से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि मलेरिया के शुरूआती लक्षणों में तेज ठंड के साथ बुखार आना, सर दर्द होना व उल्टियों का आना है। इसलिए कोई भी बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जांच करवाएं और अगर मलेरिया या डेंगू की पुष्टि हो तो स्वास्थ्यकर्मी की देख रेख में इलाज़ करवाये। Post navigation 1947 के विभाजन का दर्द – बुजुर्गों की जुबानी शरद पूर्णिमा 19 अक्टूबर को, इस शुभ अवसर पर होती है अमृत वर्षा: पंडित अमरचंद भारद्वाज