गुरुग्राम, 7 अक्टूबर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामफूल नेहरा ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्ण तरीके से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे चार किसानों को मारने वाले हत्यारों को सरकार तुरंत गिरफ्तार करे और केंद्रीय मंत्रिमंडल से अजय मिश्रा टेनी को तुरंत बर्खास्त किया जाए।

नेहरा ने कहा है कि भारत में ऐसा पहली बार हुआ है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो और मंत्री उसके बावजूद भी अपने पद पर बना रहे। क्रूरता की सभी सीमाएं लाँघने वाला उसका पुत्र आशीष मिश्रा घटना के पाँच दिन बाद भी खुला घूम रहा है। जब तक उसका पिता केंद्रीय गृह मंत्री है तब तक किस पुलिस की हिम्मत है कि उसको गिरफ्तार कर ले। रामफूल नेहरा के अनुसार इस वीभत्स हत्याकांड से भारत सरकार की देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी छवि खराब हुई है। वैसे तो नैतिकता के आधार पर अजय मिश्रा को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए था अगर उसने ऐसा नहीं किया तो प्रधानमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि उसे मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते। लेकिन केंद्र सरकार दागी पिता-पुत्र को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में रही है उसने नैतिक मूल्यों के उच्चतम मानदण्डों को अपनाया है। चाहे लालबहादुर शास्त्री का रेलमंत्री के पद से इस्तीफा हो, शिवराज पाटिल का गृह मंत्री के पद से इस्तीफा हो या पवन बंसल का रेल मंत्री के पद से इस्तीफा हो, कांग्रेस में नैतिकता के आधार पर इस्तीफों की लम्बी श्रृंखला रही है लेकिन पिछले सात साल में मोदी सरकार के अनेक मंत्रियों पर आरोप लग चुके हैं पर किसी का भी इस्तीफा नहीं लिया गया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा कभी लखीमपुर के तिकुनिया थाने के हिस्ट्रीशीटर रह चुके हैं, ऐसे में इस सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है।

रामफूल नेहरा ने राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा की भूमिका की तारीफ करते हुए कहा है कि जैसे ही दीपेंद्र हुड्डा को इस लोमहर्षक हत्याकांड के बारे में पता चला तो वे तुरंत सब काम छोड़कर प्रियंका गांधी के साथ हत्याकांड के स्थल के लिए रवाना हो गए। लेकिन यूपी पुलिस ने हर अमानवीय तरीका अपनाते हुए उन्हें हत्याकांड स्थल पर जाने से रोका। दीपेंद्र हुड्डा ने बड़े साहस का परिचय देते हुए प्रिंयका गांधी के साथ मोर्चा संभाले रखा। दोनों नेताओं को जिस तरह गैरकानूनी तरीके से 32 घण्टों तक हिरासत में लिए रखा गया। इससे यूपी में कानून के राज की पोल खुल गई है।

रामफूल नेहरा ने कहा कि विपक्षी नेताओं को जेल में डाला जा रहा है और हत्यारे मंत्रीपुत्र सरेआम सड़कों पर जनता को गाड़ियों से कुचलकर मार रहे हैं, केंद्रीय मंत्री खुद सार्वजनिक रूप से किसानों को देख लेने की धमकी दे रहे हैं। इससे बड़ी तानाशाही और क्या होगी। देश की जनता सब देख रही है और आगामी यूपी चुनावों में और लोकसभा चुनावों में भाजपा को जबरदस्त तरीके से धूल चटायेगी। रामफूल नेहरा के अनुसार दीपेंद्र हुड्डा के वापस लौटते ही उनके नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ हरियाणा में व्यापक विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हाथों में देश का भविष्य सुरक्षित है।

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