भारत बंद के दौरान कितलाना टोल पर किया चक्का जाम, सेना के अफसर को सलाम कर दिया रास्ता

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

27 सितंबर,संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद आह्वान के चलते जिले की खापें, सामाजिक, किसान और कर्मचारी संगठन जहां रेलवे ट्रैक और अन्य राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्गों पर जमे रहे वहीं कितलाना टोल पर भी किसान-मजदूरों ने सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चक्का जाम कर जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस मौके पर दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान 40 के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि यह किसान और मजदूरों के लिए फसल और नस्ल बचाने की लड़ाई है। इसलिए जब तक तीनों काले कानून रद्द होने के साथ एमएसपी की गारंटी नहीं मिलेगी हम पीछे नहीं हटेंगे।

उन्होंने कहा की मोदी सरकार सत्ता के नशे में चूर है लेकिन भूल रही है कि जिस कुर्सी पर वे बैठे हैं ये इसी जनता की देन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  को इधर उधर की बातें करने की बजाए संयुक्त किसान मोर्चा से सीधी बात करनी चाहिए जो लंबे समय से रुकी हुई है।

सांगवान खाप के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई ने कहा कि आज सभी वर्ग समझ गए हैं कि ये तीनों काले कानून सरकारी मंडी को खा जाएंगे, एमएसपी नहीं बचेगी। जिसका सीधा असर किसान, मजदूर और आढ़ती पर पड़ेगा और उनके नुकसान की भरपाई नहीं हो सकेगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली खत्म होने से गरीबों को सस्ता अनाज मिलना बंद हो जाएगा। असीमित भंडारण से मंहगाई सिर चढ़कर बोलेगी और गरीब व मध्यम वर्ग को गुजारा करना मुश्किल हो जाएगा। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में साधारण किसान का बड़े पूंजीपतियों से सामना करना बूते से बाहर होगा। 

जाम के बीच कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चित कालीन धरना 277वें दिन जारी रहा। खास बात यह रही कि जाम में फंसने वाली एम्बुलेंस और सेना आदि के वाहनों को बिना रोक टोक के जाने दिया गया। चक्का जाम के बीच वाहनों की लंबी लाइन लगी रही।

इस अवसर पर चौगामा खाप के मीरसिंह नीमड़ीवाली, राजू मान, राकेश आर्य, सुभाष यादव, बदन सिंह, लवली पूर्व सरपंच, सूबेदार सत्यवीर, संजय मानकावास, अरुण कुमार, रविन्द्र सिंह, रामनिवास, यादवेंद्र शर्मा, राजा, नफेसिंह, प्रताप, डॉ ओमप्रकाश, रणबीर पंच, महेन्द्र, रामफल, ईश्वर, रणसिंह, राजेन्द्र, राजपाल, पवन ठेकेदार, सुशीला, कविता, बबीता, सुदेश, मनीता, मंजूरानी, सुनिता, शीला, चंद्रकला, लक्ष्मी, अन्तरकौर, संतरा, जमना, राजबाला, कमला, फुलपति, मन्नी, कृष्णा, फुला देवी, मनीषा, प्रेम, बीरमति, शांता, रतन्नी, बिमला इत्यादि मौजूद थे।

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