पॉलिसी बाजार के नाम से फर्जी पॉलिसी बेचने वाले शातिर आरोपी को थाना साईबर अपराध , गुरूग्राम की पुलिस टीम ने किया काबू
आरोपी द्वारा वारदात को अंजाम देने में प्रयोग किया गया 01 मोबाईल टैब (samsung) भी पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से किया गया बरामद।

दिनांक 04.06.2021 को थाना साईबर अपराध, गुरूग्राम में कबीर जैन निवासी A/21 ग्राउंड फ्लोर DLF Ph-I, गुरूग्राम द्वारा पॉलिसी बाजार के नाम से इसको फोन कॉल करके इसकी फॉरच्यून गाड़ी का IFFCO TOKI0 कम्पनी से फर्जी इंश्योरेंस करके धोखाधडी से इससे 51218/- रुपए ऐंठ लेने के संबंध में दी गई।

जिस शिकायत पर थाना साईबर अपराध, गुरूग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

इस अभियोग में पुलिस थाना साईबर अपराध, गुरूग्राम की पुलिस टीम ने पुलिस तकनीकी व अपनी समझबूझ से उपरोक्त अभियोग में फर्जी इंश्योरेंस करके धोखाधड़ी करने की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को कल दिनांक 20.09.2021 को सैक्टर-43 से काबू करने में सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान शिवनाथ पाठक उर्फ अभिषेक पाल पुत्र श्री मोहन पाठक निवासी गाँव बाज पट्टी आवापुर, जिला सीतामढ़ी, बिहार हाल निवासी मकान नंबर 50, गली नंबर-2, 3rd फ्लोर, फ्रीइम फाइटर, गेट नंबर-4, नेब सराय, साकेत दिल्ली, उम्र 25 वर्ष के रूप के हुई।

आरोपी को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया व माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके 04 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है।

आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह पॉलिसी बाजार का नाम लेकर लोगों को फोनकॉल करता है और उसके बाद उन्हें इंश्योरेंस पॉलिसी देने के लुभावने ऑफर देकर उन्हें पॉलिसी कराने के लिए तैयार कर लेता है। जब पॉलिसी कराने के लिए वह तैयार हो जाता है तो उससे उसकी पुरानी पॉलिसी व्हाट्सएप ले माध्यम से मंगवा लेता है और ऑनलाइन कन्वर्टर में उसको editable फॉर्मेंट में कन्वर्ट करके उसमें दिनांक amount इत्यादि बदलकर उसको वापिस फर्जी पॉलिसी दे देता है और ये पेमेंट की फर्जी इनवॉइस भी तैयार करके ग्राहक को देकर उसके साथ ठगी करके उनसे रुपये ऐंठ लेता है।

आरोपी द्वारा उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम देने में प्रयोग किया गया 01 मोबाईल टैब (samsung) पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से बरामद किया गया है।

आरोपी पुलिस हिरासत रिमांड पर है जिससे अन्य वारदतों व अन्य साथी आरोपियों के बारे में गहनता से पूछताछ करते हुए उपरोक्त अभियोग में बरामदगी की जाएगी। अभियोग अनुसन्धानधीन है।