किसान आंदोलन की हुई जीत। गुरुग्राम। दिनांक 12.09.2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि हरियाणा सरकार 28 अगस्त 2021 को किसानों के सिर फोड़ने का आदेश देने वाले अधिकारी को निलंबित करने के लिए सहमत हुई।हरियाणा के किसान संगठन और प्रशासन के बीच एक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच के लिए समझौता भी हुआ, जो पुलिस हिंसा, जिसके परिणामस्वरूप एक किसान की मौत और अनेक किसान घायल हुए थे,में आयुष सिन्हा की भूमिका पर गौर करेंगे।एक महीने के अंदर जांच पूरी कर ली जाएगी। सरकार ने शहीद सुशील काजल के परिवार को मुआवजा देने और परिवार के सदस्यों को दो नौकरियों के रूप में सहायता प्रदान करने पर भी सहमति व्यक्त की। हिंसा में घायल हुए किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा। ये निर्णय स्थानीय किसान संगठनों के साथ-साथ राज्य के कानूनी विषेशज्ञों के परामर्श से और विश्वास में लेने के बाद लिए गए। किसानों की माँगो के समर्थन में सहमति बनने से किसान आंदोलन की जीत हुई। आज धरने पर बैठने वालों में पंजाब सिंह,बलवान सिंह दहिया,योगेश्वर दहिया,रिटायर्ड कमांडेंट सत्यवीर सिंह, तनवीर अहमद,राजवीर सिंह, मनोज झाड़सा,रमेश दलाल तथा अन्य व्यक्ति शामिल थे। Post navigation अदालत के सम्मुख पेश ना होने पर कुल 12 आरोपियों को अदालत द्वारा किया गया उद्घोषित अपराधी घोषित सियाचिन में शहीद हुए तरुण भारद्वाज का पैतृक गांव भौंडसी में राजकीय व सैनिक सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार