चरखी दादरी जयवीर फोगाट

07 सितम्बर –  महान किसान नेता व स्वतन्त्रता सेनानी पंडित नेकीराम शर्मा को उनके 134 वें जन्म दिवस पर कितलाना टोल प्लाजा पर धरनारत किसान मजदूरों ने सम्मान के साथ याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। किसान नेता रणधीर घिकाड़ा, बिजेन्द्र बेरला व कामरेड ओमप्रकाश ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंडित नेकीराम शर्मा आजादी के आन्दोलन के दौरान होमरूल मूवमैन्ट में बालगंगाधर तिलक व ऐनी बेसन्ट के साथ तीसरे उतर भारतीय थे जिनकी गिरफ्तारी हुई थी और वे आजादी के आन्दोलन में 222 दिन जेल में रहे।

पंडित नेकीराम शर्मा से जुड़े संस्मरणों पर रोशनी डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने संघर्ष करके हांसी के आसपास 16 गांव के किसान मुजारों को जागीरदार स्किनर बन्धुओं के विरुद्ध लड़ाई लड़कर उन्हें जमीन का मालिक बनवाया तथा जागीरदारों के जुल्मों से मुक्ति दिलवाई। पंडित नेकीराम ने 09 जनवरी 1929 को अलखपुरा गांव में चौ० लाजपत राय के साथ मिलकर किसान सभा का गठन किया तथा एक लम्बा सघंर्ष चलाया। उन्होंने किसानों के संघर्ष के साथ बेगार प्रथा, महिलाओं की शिक्षा, पर्दा प्रथा के विरूद्ध, जातिवाद के विरूद्ध भी सामाजिक आन्दोलन लड़ा तथा दलित शोषितों को समान अधिकार दिलवाए। वर्तमान में किसान आन्दोलन उनके अहिसांत्मक सिद्धान्त पर चलकर अपनी लड़ाई एकजुटता से लड़ेगा। 

कितलाना टोल पर धरने के 257 वें दिन की सांगवान खाप 40 से मास्टर ताराचन्द चरखी कन्नी प्रधान , फोगाट खाप से धर्मबीर समसपुर, श्योराण खाप से बिजेन्द्र बेरला, चौ० छोटूराम डा० अम्बेडकर मंच से बलबीर सिंह बजाड़, महिला मोर्चा से रतनी डोहकी, प्रेम शर्मा कितलाना व कृष्णा गोरीपुर ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। इससे पहले आज सुबह टोल प्लाजा से किसानों का बड़ा जत्था करनाल सचिवालय घेराव के लिए रवाना हुए जिनमें मुख्य रूप से सुरजभान झोझू, रामफल देशवाल , रणधीर कुंगड़, ओम नम्बरदार, अजित बाडी घनघस, राजबाला धनाना, सुखदेव पालवास, कमल प्रधान इत्यादि शामिल थे।

इस अवसर पर रणधीर घिकाड़ा, रतन सिहं घिकाड़ा, धर्मेन्द्र छ्पार, परमजीत फतेहगढ़, शमशेर सांगवान, सत्यवान कालूवाला, बलजीत मानकावास, सतीश, रणसिंह नीमड़ीवाली, सुलतान खान, जय प्रकाश प्रजापति, ओम प्रजापति, मास्टर सुरेन्द्र गोरीपुर, सुलतान खान, बलबीर संरपंच डोहकी  सुबेदार सतबीर सिंह व समुन्द्र सिंह कितलाना शामिल थे।

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