सोहना एएसडीएम आफिस में विरोध के दौैरान महिला हुई बेहोेश. कॉलोनियों को तोड़फोड़ को लेकर एसडीएम आफिस पहुंचे लोग. एसडीएम के न होने पर एसडीएम आफिस के सामने धरना प्रदर्शन फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। किसी भी सूबे का मुखिया सरल शब्दों में सीएम के द्वारा दिया गया वक्तव्य या फिर दी गई स्टेटमेंट खास तौर से विधानसभा में बहुत महत्वपूर्ण तथा अपने आप में एक नजीर होती है । इस बयान को या फिर दिए गए स्टेटमेंट के प्रकाशन होने और मीडिया में आने के बाद एक प्रकार से सरकार का अधिकारिक आदेश के तौर पर माना जाता है । मानसून सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी गठबंधन सरकार के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश के तमाम गरीब मजदूर वर्ग के लोगों को आश्वस्त किया था कि प्रदेश में सभी कालोनियों , जिनमें की अवैध कॉलोनी भी शामिल है नियमित किया जाएगा । इसके बाद से प्रदेश भर में अनगिनत गरीब लोगों ने बहुत बड़ी राहत की सांस ली थी कि शायद अब बिना देरी किए प्रशासनिक अमले के द्वारा की जाने वाली तोड़फोड़ पर भी ब्रेक लग जाएगा । लेकिन ऐसा नहीं हो सका, सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा विधानसभा में किए गए इस वायदे और की गई घोषणा के बावजूद सोहना की करीब 6 कालोनियों को दिए गए तोड़फोड़ के नोटिस के बाद गुरूवार को सैकड़ों लोग अग्रसेन चौक से प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कार्यालय में नारे लगाते हुए पहुंचे। सोहना की करीब 6 कालोनियों का मामला वन विभाग के साथ में कथित विवाद का कारण और मुद्दा बना हुआ है। विरोध प्र्रदर्शनकर्ताओं के द्वारा एसडीएम आफिस में पहुंचने पर एसडीएम के कार्यालय में मौजूद ना होने पर गुस्सा औैर अधिक भड़क गया। लोग एसडीम के कार्यालय के सामने जाकर धरने पर बैठ गए औैर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कुछ भी सुनने से इनकार कर दिया व कहा कि जब तक एसडीएम आकर ज्ञापन नहीं लेंगे जब तक वह अपनी जगह से नहीं हटेंगे । गौरतलब है कि तोड़फोड़ को लेकर सोमवार को सोहना में एक महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत के माध्यम से लोगों ने अधिकारियों को इस ज्ञापन के लिए पहले ही सूचित कर दिया था। लेकिन उसके बाद अधिकारियों के कार्यालय में मौजूद न होने पर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। सोहना की 6 कॉलोनियों को नोटिस वन विभाग द्वारा सोहना की 6 कॉलोनियों को तोड़फोड़ के नोटिस दिए जाने के विरोध में हजारों लोगों ने कस्बे से प्रदर्शन करते हुए सोहना एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन देना था। सभी प्रदर्शनकारी सोहना एसडीएम कार्यालय में पहुंचे तो वहां से एसडीम महोदय ऑफिस में नहीं मिली ।जिस कारण गुस्साए लोग कार्यालय के सामने धरना जमा कर बैठ गए । सोहना की आई टी आई कॉलोनी ,पहाड़ कालोनी , पीर कालोनी , देवीलाल रोड , श्री शिव कुण्ड एरिया व ठाकुर वाडा मे वन विभाग द्वारा आवासीय मकानों को पी एल पी ए -1980 व भारतीय वन अधिनियम 1927 की उल्लंघना बता कर , मकानों को अवैध घोषित कर मकान मालिकों को नोटिस देकर उन्हें ख़ाली करने का फरमान जारी कर दिया है , जिसके तहत नोटिस मिलने के सात दिनों के अन्दर घर मकान ख़ाली करने होगे । इसको लेकर सोहना में पूरी तरह से नागरिकों में खलबली मची हुई है। बाजारों में अपना रोष प्रदर्शन किया इन्हीं नोटिस के विरोध में हजारों की संख्या में नागरिक अग्रसेन पार्क में इकट्ठा हुए । वहां से एक विशाल जुलूस का रूप लेकर कस्बे के बाजारों में अपना रोष प्रदर्शन किया । नागरिकों ने बताया कि शायद 2 वर्षों से यह कालोनियां बसी हुई है । वन विभाग की गलत पैमाइश की वजह से लोगों को घरों से बेघर किया जा रहा है । उन्होंने सरकार से अपील की के इस मामले को शीघ्र ही संज्ञान में लेकर लोगों को राहत दिलाने का प्रयास करें । दो घंटे बाद ऑफिस में पहुंची एसडीएम , कार्यालय के सामने नागरिकों के बैठ जाने के बाद जब यह खबर सोहना एसडीएम को मिली तो करीब 2 घंटे बाद वह किसी मीटिंग से आकर लोगों से मिली और लोगों के द्वारा ज्ञापन दिया गया। इस प्रदर्शन में जब लोग एसडीएम ऑफिस पहुचे तो एसडीएम के ऑफिस में नही होने पर धरने पर बैठी महिला बेहोश हो गई । महिला बेहोश होते ही लोगों सहित मौके पर पुलिस में भी खलबली मच गई। लोगो ने बेहोेश महिला पानी पिलाया, उसके बाद ही तब जा कर वह होश में आई। Post navigation टैक्स नहीं जमा करवाने वालों की प्रॉपर्टी की जा रही है सील मुख्यमंत्री के नाम विश्व हिंदू परिषद ने धर्मांतरण पर जल्द से जल्द सख्त कानून बनाने के लिए ज्ञापन सौंपा