सामुहिक हत्याकांड में रायसिंह के पुत्र एडवोकेट आनंद का नाम शामिल. पोस्टमार्टम रिपोट के मुताबिक सभी पर कुल 62 बार किया गया वार. सीसीटीवी में कैद सीसीटीवी में आरोपी के हाथ में दिखा हथियार फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। एक दिन पहले राजेंद्र पार्क इलाके में सामुहिक हत्याकांड के मामले में पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तरफ से एफआईआर दर्ज करके इस जघन्य अपराध के आरोप में पूर्व वायु सैैनिक रायसिंह और उसकी पत्नी बिमलेश को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी हथियार ले जाते हुए सीसीटीवी में हुआ कैद, सीसीटीवी में आरोपी के हाथ में हथियार दिखाई दे रहा हैै। गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क में चार हत्या करने के मामले में पुलिस ने राय सिंह और उसकी पत्नी को भले ही गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इस पूरे मामले की गुत्थी अभी भी एक पहेली ही बनी हुई है। पुलिस भी सवालों का सही प्रकार से जवाब नहीं दे रही है। वहीं घटना के बाद से मृतक का पुत्र व अन्य रिश्तेदार भी गुरूग्राम पहुंच चुके हैं और अभी तक गुरूग्राम पुलिस के द्वारा की गई कार्यवाही पर संतोष जाहिर करते, अंजाम दिये गए हत्याकांड सहित इसमें शमिल लोगों की संख्या पर भी सवाल उठाये हैं। सूत्रों के मुताबिक मृतक और मकान मालिक पूर्व सैनिकके बीच ककथित तौर पर आठ महीने से किराये को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस आरोपी रायसिंह और उसकी पत्नी को रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच के बारेे में पुलिस कुछ भी सही तरीके से बताने सेे बचती दिखाई दे रही है।ं हालांकि पुुलिस के द्वारा हत्याकांड में इस्तेमाल किया गया हथियार बराममद कर लिया है। वहीं मंगलवार को अंजाम दिये गए इस सामुहिक हत्याकांड में बच गई बच्ची कोे दिल्ली उपचार के लिए रैफर किया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी भी मृत्यु हो चुकी है। यह जघन्य हत्त्याकांड किस बेरहमी से अंजाम दिया गया, इसी बात से पता चलता है कि हमलावार के द्वारा अपनी पुत्रवधु सहित अन्य चार पर कुल 62 बार बिना रूके, बारी‘बारी से वार करते हुए मौत के घाट उततारा गया। पोस्ट मार्टम करने वाले बोर्ड के ही एक डाक्टर के मुताबिक तीन वर्ष की बच्ची को गंभीर हालत देखते दिल्ली भेजा गया, जहां उसक की भी मौत हो गई। एक कातिल….5 लोगों पर कातिलाना हमला….4 लोगों की मौके पर मौत…62 बार तेजधार हथियार से वार….जी हां गुरूग्राम के राजेन्द्र पार्क इलाके में हुई चार लोगों की हत्या के मामले में पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने के बाद कई बड़े खुलासे हुए, जो चौकाने वाले है। हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी राय सिंह और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन ये बात किसी के गले से नहीं उतर रही है कि आखिर कोई एक व्यक्ति इतनी बड़ी वारदात को आखिर कैसे अंजाम दे सकता है। इसी बात को लेकर पीड़ित पक्ष की तरफ से भी पुलिस से यही गुहार लगाई है कि इस मामले में कुछ और लोगों के होने की भी संभावना है। इस लिए जांच सभी एंगल पर की जाए। हालांकि पुलिस ने आरोपी के बेटे को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। मंगलवार को राजेन्द्रा पार्क में हुई घटना से हर किसी का कलेजा कांप उठा है। हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए आरोपी ने 4 लोगों पर लगातार 62 वार किए। हैवानियत की इंतहा तो तब हो गई जब सात साल की मासूम सुरभि पर फरसे से 16 वार किए. जबकि उसकी मां अनामिका पर सबसे ज्यादा 22 वार कर एक हंसती खेलती खेलती जिदंगी को पल भर में मौत के घाट उतार दिया गया। सबसे ज्यादा वार आरोपी ने कृष्णा तिवारी की पत्नी अनामिका पर 22 वार किए। जिसके बाद 7 साल की मासूम सुरभि पर कुल्हाड़ी से 16 वार किए। बताया जाता है कि सुरभि को गले से लेकर सिर तक फरसे के निशान पाए गए। जबकि कृष्णा तिवारी पर एक के बाद एक 7 वार करके उसकी जान ले ली। जबकि आरोपी की पुत्रवधू सुनिता पर 17 वार किए। घायल बच्ची विधि अभी भी मौत और जिंदगी के बीच अस्पताल में लड़ाई लड़ रही है। आरोपी राय सिंह का एक सीसीटीवी भी सामने आया है जिसमे आरोपी राय सिंह तेजधार वाला फरसा लेकर गली में जाता हुआ नजर आ रहा है। गुरूग्राम पुलिस की तरफ से आरोपी राय सिंह और उसकी पत्नी विमलेश को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। दोनों को जिला अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है। लेकिन इस बीच पुलिस के भी ये बात गले से नहीं उतर रही है कि आखिर किस तरह राय सिंह ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया। लेकिन इस मामले में पुलिस साफ़ साफ़ कुछ भी नहीं बता रही है , ये कहकर टाल रही है की जांच चल रही है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में कई टीम गठित कर इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। वहीं पीड़ित पक्ष का आरोप है कि बेटा एडवोकेट है, ऐसे में इस बात से इंकार नहीं कि कई लोगों ने योजनाबद्ध इस हत्याकांड को अंजाम दिया, जिससे कि एडवोकेट बेटा, हत्त्यारों की पैैरवी करके सभी को बचाने में कामयाब हो सके। Post navigation आईटीआई पास विद्यार्थियों को अप्रेंटिसशिप पर रखना अनिवार्य:-अतिरिक्त जिला उपायुक्त मुंजाल शोवा की श्रमिक यूनियनों ने की प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन करने की घोषणा