चरखी दादरी जयवीर फोगाट 23 अगस्त, – हिसार छावनी की ओर से उपायुक्त कार्यालय में कार्यरत श्रीमति राजकुमारी को वीर नारी के तौर पर सम्मानित किया गया। सेना की ओर से प्रत्येक वर्ष शहीद वीरांगनाओं को वीर नारी के रूप में सम्मान दिया जाता है। कोरोना की बीमारी के कारण सेना की ओर से वीर नारी सम्मान कार्यालय में ही जाकर दिया जा रहा है। उपायुक्त प्रदीप गोदारा और हिसार सेना छावनी के सी.ओ. कर्नल अयोन चौधरी व उनकी धर्मपत्नी मुनमुन चौधरी ने संयुक्त रूप से राजकुमारी को उपायुक्त कार्यालय में सम्मानित किया। उपायुक्त ने इस मौके पर कहा कि दादरी जिला वीर सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों की धरती है। भारत की आजादी में इस क्षेत्र के लोगों का अहम योगदान रहा है। देश की सीमाओं की रक्षा करने में भी दादरी के लोग सबसे आगे हैं। हर मार्चे पर हमारे जिला के वीर सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया है। कर्नल अयोन चौधरी ने कहा हिसार छावनी के सीओ कर्नल अयोन चौधरी ने कहा कि दादरी जिला के नौजवानों की सेना में काफी अच्छी भागीदारी है और यहां के युवा सेना भर्ती में बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। सेना में भर्ती होने वाला प्रत्येक नौजवान अपने देश की रक्षा के लिए सैदव तैयार रहता है। हमारे सैनिकों ने 1962, 1965 की लडाई से लेकर 1971 के युद्घ व 1999 के कारगिल युद्घ आदि में हर मार्चे पर अपनी वीरता का परिचय दिया है और अपने प्राणों की चिंता किए बिना दुश्मन के दांत खट्टे किए हैं। हिसार छावनी के सीओ कर्नल की धर्मपत्नी मुनमुन चौधरी ने कहा श्रीमति मुनमुन चौधरी ने कहा कि सैनिक के मरणोपरांत उनके परिजन भी देश के प्रति बड़ा बलिदान देते हैं। सैनिके के परिजनों के त्याग को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। देश पर अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सैनिक की तरह उनके परिजनों पर भी सेना का गर्व है, जिन्होंने ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया। ऐसे परिजनों की बदौलत ही एक बेटे के शहीद होने पर भी मां अपने दूसरे बेटे को भी सेना में भर्ती करवाती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश की मातृ शक्ति का भी देश की रक्षा और सेवा में अहम योगदान है। रामलवास निवासी राजकुमार दादरी जिला के रामलवास निवासी राजकुमार जब वर्ष 2002 में जम्मू कश्मीर के बारामुल्ला सेक्टर में तैनात थे तो 20 अक्टूबर को चक गांव में कुछ आतंकवादियों ने हमला कर दिया। लांस नायक राजकुमार ने अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाल लिया और बड़ी बहादुरी के साथ दो आतंकवादियों को मार गिराया। लेकिन दूसरी ओर छिपे हुए एक आतंकवादी ने उन्हें गोली मार दी। वीरता से अपने देश के लिए लड़ते हुए राजकुमार वीरगति को प्राप्त हो गए। उन्हें इस बहादुरी के लिए सेना मेडल से सम्मानित किया गया और उनकी धर्मपत्नी श्रीमति राजकुमारी को हरियाणा सरकार की ओर से वर्ष 2016 में सरकारी नौकरी दी गई। इस अवसर पर हिसार छावनी से मेजर मनोहर मिश्रा और दादरी के नगराधीश अमित मान भी उपस्थित रहे। Post navigation किसान आंदोलन के नौ महीने पूरे होने पर दिल्ली में होगा सेमिनार : गंगाराम श्योराण 25 अगस्त से दादरी जिले में शुरू होगा जजपा का सक्रिय कार्यकर्ता सदस्यता अभियान: राजेंद्र लितानी