कितलाना टोल पर धरने के 238वें दिन गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा चरखी दादरी जयवीर फोगाट 19 अगस्त,गैस सिलेंडर की कीमतों में एक साथ 25 रुपए की बढ़ोतरी को लेकर महिलाओं का गुस्सा आज उबाल पर था। कितलाना टोल के धरने पर महिलाओं ने कहा वाह रे मोदी तेरा खेल “खा गया गैस की सब्सिडी और पी गया तेल” के नारे लगाते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया। महिला किसान नेता कृष्णा देवी ने कहा कि केंद्र सरकार गरीब और मध्यम वर्ग पर चोट पर चोट करती जा रही है। एक बार में तेल कंपनियों ने गैस में सिलेंडरों में 25 रुपए की बढ़ोतरी करके रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है और पूरी सब्सिडी हजम कर गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर जनता में भारी गुस्सा है और वह किसी भी रुप में सामने आ सकता है। फौगाट खाप के प्रधान बलवन्त नम्बरदार ने कहा कि यही काम पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बावजूद सरकार आम जनता को कोई राहत नहीं देना चाहती। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी केंद्र सरकार के पदचिन्हों पर है वर्ना वेट में कमी करके लोगों की परेशानी कम कर सकती थी। उन्होंने कहा कि यही भाजपा- जजपा के नेता जब विपक्ष में थे तो गैस के सिलेंडर में 5 रुपए और तेल में 50 पैसे की मूल्य वृद्धि होने पर कपड़े उतारकर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते थे लेकिन सत्ता मिलने के बाद चुप्पी साधे बैठे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देश पर कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 238वें दिन सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप उन्नीस के प्रधान बलवन्त नम्बरदार, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह, दिलबाग ढुल, गंगाराम श्योराण, सुभाष यादव, कृष्णा देवी, मामकौर, संतरा डोहकी, प्रेम कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला गरीबों में 5 किलो अनाज बांटने में भी अपनी मार्केटिंग करने में पीछे नहीं हट रहे। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 110 रुपए की लागत वाले बैग में 98 रुपए का आटा देकर सत्ताधारी अपनी औछी सोच दिखा रहे हैं। इससे बेहतर होता कि साधारण पैकिंग में अनाज की मात्रा दुगुनी कर देते। इस अवसर पर सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, शमशेर फौगाट, कप्तान चंदन सिंह, प्रेम थानेदार, सत्यवान कालुवाला, महेंद्र जेवली, मास्टर विनोद मांढी, सुखदेव पालवास, रिसाल सरपंच, सतीश बिरही, कमल झोझू, धर्मबीर समसपुर, मास्टर सुरेन्द्र, सूबेदार सतबीर सिंह, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, कुलदीप कितलाना, हरबीर नम्बरदार इत्यादि मौजूद थे। Post navigation बोस से प्रेरित होकर आगे बढ़ रहा किसान आंदोलन : राजू मान बिजली विभाग की लापरवाही के चलते आमजन परेशान, बीच सड़क खड़े बिजली के खंभों से