चरखी दादरी जयवीर फोगाट 13 अगस्त,कपास और बाजरे की बर्बाद फसलों की स्पेशल गिरदावरी की मांग को लेकर रामबास के ग्रामीणों ने सरपंच मेवा सिंह की अगुवाई में उपायुक्त को संबोधित ज्ञापन सीटीएम अमित मान को सौंपा। उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि नौ अगस्त को आये भयंकर तुफान ने कपास और बाजरे की फसल को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। यहां तक कि बड़े बड़े पेड़ जड़ों समेत उखड़ गए। पशुओं को बांधने के लिए डाली गई सीमेंट की चद्दरें चकनाचूर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि खेत में जाने वाली बिजली के लोहे के खंभे जहां मुड़ कर नीचे गिर गए और लाइन भी अस्त व्यस्त हो गई। ग्रामीणों ने कहा कि किसान अपनी फसल पर पूरी लागत लगा चुके थे लेकिन इस तुफान ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा है और बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि कोई प्रशासनिक अधिकारी या जन प्रतिनिधि उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा है।उन्होंने कहा कि सरकार को अविलंब स्पेशल गिरदावरी के आदेश जारी करने चाहिए और कपास के लिए 40 हजार और बाजरे के लिए 30 हजार प्रति एकड़ मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए। इस अवसर पर कश्मीर सिंह, पृथ्वी सिंह, विनोद, सुनील, राजकपूर, सोमबीर, नवीन इत्यादि मौजूद थे। Post navigation विधायक नैना चौटाला ने अपने निजि कोष से दुधवा के पर्यावरण संगठन और ग्राम पंचायत को भेंट किया टैंकर देश व प्रांत के हालात चिंतनीय, भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल : सोमबीर सांगवान