गुरुग्राम: रविवार आज ग्लोबल हाइट्स के निवासी ब्रीज बिल्डर्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करते दौरान ग्लोबल हाइट्स सोसायटी के लोगों का कहना है कि हम से जो वादे किए गए थे उनमें से एक भी पूरा होते हुए नहीं दिख रहा है। कई बार बिल्डर को सोसाइटी की समस्याओं को लेकर बात की है परंतु उनका कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं मिलता है। गुड़गांव आयुक्त को मेल के माध्यम से भी हमने अपनी परेशानी साझा की है। जब हमें कहीं से भी समस्या का हल निकलता हुआ नजर नहीं आ रहा इसीलिए आज हमने शांति पूर्ण ढंग ब्रिज बिल्डर्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। यहां ग्लोबल हाइट्स सोसाइटी में 1652 आवासीय फ्लैट्स हैं, जिनमें से अभी लगभग पिछले एक वर्ष में 500 फ्लैटों मैं लोग भाग रहे हैं, वर्तमान में लगभग 2000 निवासियों की संख्या है।

निवासियों की समस्याएं निम्नलिखित है जोके प्रदर्शन के दौरान बताया:

मूलभूत सुविधाओं का अभाव : बिजली – प्रतिदिन आधार पर 8-14 घंटे की नियमित बिजली आउटेज। इससे ऑनलाइन क्लास, छात्रों की परीक्षा बाधित हो रही है, जिससे निवासियों का वर्क फ्रॉम होम प्रभावित हो रहा है। हमने आधिकारिक तौर पर डीएचबीवीएन/डिस्कॉम के साथ जांच की है। डीएचबीवीएन की ओर से बिजली गुल नहीं हो रही है। यह खराब विद्युत उपकरण और बिल्डर द्वारा स्थापित एचटी केबल की खराब गुणवत्ता के कारण हो रहा है। निवासियों ने अकेले ईडीसी के लिए 4 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है लेकिन इस राशि का 50% भी उपयोग नहीं किया गया है।

निवासियों को पीने के पानी में एसटीपी का पानी मिल रहा है. प्रतिदिन उपयोग के लिए नियमित रूप से पानी की कमी है। शिकायत के बाद उन्होंने एसटीपी चालू कर दिया है।

कब्जे के 1 साल बाद आरडब्ल्यूए शुरू नहीं किया गया है। आरडब्ल्यूए के नाम पर बिल्डर के खाते में पैसे ले रहे हैं। 4. अक्षम रखरखाव और सुरक्षा टीम बिल्डर द्वारा तैनात

निवासियों पर बिल्डर द्वारा लगाया गया नाजायज रखरखाव शुल्क

खराब निर्माण गुणवत्ता और रिसाव की समस्या

हमारे समाज में लगभग सभी मालिक निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग वर्ग से हैं। लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई अपने फ्लैट खरीदने पर खर्च कर दी है और बिल्डर किफायती आवास नीति की खामियों का फायदा उठा रहा है और निवासियों से भारी रखरखाव शुल्क, कब्जा शुल्क, ईडीसी आदि वसूल रहा है। हम इन मुद्दों को बिल्डर के साथ पारस्परिक रूप से हल करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन बिल्डर की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं है। इस प्रकार का बिल्डर के विरोध में हम प्रदर्शन करते रहेंगे। और गुडगांव डीसी को सीएम और पीएम के नाम से ज्ञापन सौंपेंगे।

निवासियों ने यह भी कहा कि वहां पर मेंटेनेंस के नाम पर ₹2000 वसूले जा रहा है जबकि ₹2000 का वहां पर कोई भी ऐसा कार्य नहीं नजर आ रहा है, जिससे निवासियों को लाभ करता हो। यहां तक भी उन्होंने कहा कि सोसाइटी के लिए सिक्योरिटी गार्ड की फैसिलिटी है परंतु वह गार्ड सोते रहते हैं और आज हम शांति ढंग से जो प्रदर्शन कर रहे हैं उसके लिए बाहर से बाउंसर गुंडे बदमाशों के रूप में बुलाए गए हैं। जिससे कि सोसायटी के लोगों को डराया और धमकाया जा सके जो की आवाज उठाने में सक्षम ना रहे। मीडिया के माध्यम से हम प्रशासन और सरकार को अपना मैसेज देना चाहते हैं कि हमारे साथ जो नाइंसाफी हो रही है । उस पर अंकुश लगाया जाए।

कई बुजुर्ग महिलाएं का अपना बयान है कि यह समस्याएं खत्म नहीं हुई, तो हम बिल्डर के नाम पर सुसाइड नोट छोड़कर मर जाएंगे। कई निवासी इस सोसाइटी की परेशानियों से बहुत ही परेशान हैं और वह अपने यहां के फ्लैट बेच द्वारा से किराए पर जाने को मजबूर हैं। वहां के लोकल निवासियों का यह भी कहना है कि इस बिल्डर के सभी प्रोजेक्टों में यही हाल है। सोसायटी के कुछ सदस्यों के नाम अस्मिता पाठक, आशीष भारद्वाज, सुधांशु, शेखर, राकेश पांडेय, आशीष अग्रवाल, रोसली, सुमित यादव सहित सैकड़ों निवासी मौजूद रहे।

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