कितलाना टोल पर धरने के 220वें दिन बुजुर्गों ने संभाली कमान, सरकार के खिलाफ लगाए नारे।

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

1 अगस्त,  किसान आंदोलन में महिलाएं किसी तरह भी पीछे नहीं हैं और अपनी अहम भूमिका गंभीरता से निभा रही हैं। यह बात महिला किसान नेता प्रेम शर्मा ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि चाहे भारत बंद रहा हो, रेल रोको अभियान हो या किसान परेड हो, हिसार, रोहतक या चंडीगढ़ में प्रदर्शन रहा हो महिलाओं ने संयुक्त किसान मोर्चा के हर कार्यक्रमों में डटकर साथ दिया है। उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि महिलाएं हर मोर्चे पर किसानों के कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगी। 

उन्होंने कहा कि ये हमारे बच्चों के भविष्य की लड़ाई है और जब तक तीनों काले कानून वापिस नहीं होते। हम मुड़कर नहीं देखेंगी और जीतकर ही घर वापसी करेंगे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि तीन महीने में गैस का सिलेंडर 275 रुपए बढ़ाकर सरकार ने गृहणियों के रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार  गरीबी को नहीं गरीबों को मिटाना चाहती है। उन्होंने कहा कि मोदी ने अहंकार की सारी सीमाएं लांघ दी हैं लेकिन हम उसके जुल्मों के आगे झुकने वाले नहीं है और उसकी हर ज्यादती का मुंह तोड़ जवाब देंगे।

आज कितलाना टोल से बड़ा जत्था लोहारू उपमंडल के बहल कस्बे में होने वाली किसान पंचायत में शिरकत करने के लिये रवाना हुआ। इस मौके पर कितलाना टोल पर धरने की कमान बुजुर्गों ने संभाली। उन्होंने कहा कि भाजपा का तिरंगा प्रेम किसान आंदोलन के कारण उभरा है लेकिन उसके पीछे छिपे एजेंडे को जनता भलीभांति समझ गई है और उनके किसी षडयंत्र को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, कमल सिंह झोझू, बलवान सरपंच डोहकी, राय सिंह, मास्टर रणधीर सिंह, धर्मचंद, धर्मेन्द्र छपार, रणधीर, धनपत, रामनिवास, बाला देवी, रतन्नी देवी, ओमपति डोहकी, सूबेदार सतबीर सिंह  इत्यादि मौजूद थे।

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