कोरोना महामारी में माता-पिता खो चुके बच्चों की मददगार बन रही है सरकार -उपायुक्त गुरूग्राम, 15 जुलाई – कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों की मददगार हरियाणा सरकार बन रही है। कोरोना संक्रमण के दौरान बेसहारा हुए बच्चों के जीवन यापन व अन्य जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आर्थिक सहयोग दिए जाने का प्रावधान किया गया है। उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि जनहित में सरकार का यह निर्णय निश्चित तौर पर उल्लेखनीय कदम है। उन्होंने बताया कि कोविड -19 के दौरान बेसहारा व अनाथ हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत हर महीने 2500 रुपए नगद आर्थिक सहायता के तौर पर दिए जाएंगे तथा बच्चे को संभालने वाले परिवार को 12 हजार रुपए की वार्षिक राशि आर्थिक सहायता के तौर पर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह सहायता बच्चों के 18 वर्ष (वयस्क) होने तक ही दी जाएगी। सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत यह प्रक्रिया पूरा करने के लिए www.wedhry.gov.in अथवा www.cdhry.gov.in पर भी आवेदन कर सकते हैं। जिन बच्चों के माता पिता की कोविड-19 के संक्रमण से मृत्यु हो गई है उनकी कागजी कार्यवाही यथाशीघ्र पूरी करना सुनिश्चित करें। महिला एवं बाल विकास विभाग गुरूग्राम की कार्यक्रम अधिकारी सुनैना खत्री ने कहा कि इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है ताकि जरूरतमंदों को इस योजना का लाभ प्रभावी रूप से दिया जा सके। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान इस प्रकार के पीड़ित बच्चों व उनके परिजनों से अपील करते हुए कहा कि वे जल्द से जल्द बच्चों के माता-पिता का ब्यौरा विकास सदन स्थित महिला एवं बाल विकास अधिकारी अथवा जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय में जमा करवाएं ताकि उन्हें समय रहते योजना का लाभ मिल सके। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नंबर 0124-2300098 तथा चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर- 1098 पर संपर्क किया जा सकता है। Post navigation संक्रमण की रोकथाम के लिए आमजन सजगता, सतर्कता व जागरूकता बनाएं रखें -उपायुक्त जीवन भर हमारी रक्षा करते हैं पेड़ पौधे: बोधराज सीकरी