हरियाणा भाजपा के प्रदेश मंत्री एवं पटौदी के एमएलए जरावता ने बोला हमला.
कांग्रेस छोड़ने के चक्कर में अब कुमारी शैलजा के पीछे हाथ धो पड़े हुड्डा.
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा मैं दलित नेतृत्व स्वीकार ही नहीं

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   हरियाणा बीजेपी में धीरे धीरे दलित नेता के रूप में जड़े जमा रहे हरियाणा भाजपा के प्रदेश मंत्री एवं पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने हरियाणा के पूर्व सीएम वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भूपेंद्र हुड्डा पर बड़ा राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा है कि भूपेंद्र हुड्डा को दलितों में बदबू आती है। उन्होंने कहा भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस के बीते अपने  10 वर्ष के कार्यकाल सहित इसके बाद के कार्यकाल के दौरान दलित हित में कितने काम किए ? इसके विषय में अपना मुंह क्यों नहीं खोल रहे हैं ।

एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता सोमवार को पटौदी में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे । इसी मौके पर उन्होंने कांग्रेस के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला को आड़े हाथों लिया । एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने कहा की भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दलित नेतृत्व स्वीकार ही नहीं है । इसका ठोस उदाहरण है कि पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अशोक तंवर के साथ जो भी कुछ किया वह किसी से छिपा हुआ नहीं है । इसके बाद में अब भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस की दलित नेत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के पीछे हाथ धोकर पड़ गए । येन केन प्रकारेण भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डा का एक ही मकसद है कि किसी भी प्रकार से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा को पद से हटाया जा सके ।

उन्होंने सवाल किया कि पूर्व सीएम प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला हरियाणा में बीजेपी शासन काल से पहले कांग्रेस के 10 वर्ष के शासनकाल और इसके बाद दलितों के हित में क्या कुछ काम किए ? उसके विषय में अपना मुंह बंद किए हुए हैं । उन्होंने कहा कांग्रेस में आजादी से लेकर अभी तक दलितों को केवल और केवल अपने वोट बैंक की राजनीति के तौर पर ही इस्तेमाल किया है । सही मायने में भूपेंद्र हुड्डा को अपनी ही पार्टी का दलित नेतृत्व स्वीकार ही नहीं हो पा रहा है । एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने कहा कि अब दलित जागृत हो चुका है । कौन सा राजनीतिक दल दलित हित और दलितों के विकास के लिए कार्य कर रहा है , यह बात दलित भलीभांति जान और पहचान चुके हैं । कांग्रेस के नेता दलित वोट को अपना राजनीतिक हथियार बनाते हुए अब मुस्लिम समुदाय के लोगों को डराने का काम कर रहे हैं । जबकि हकीकत यह है कि जब से बीजेपी केंद्र और राज्य में सत्तासीन हुई है , उसके बाद से दलित वर्ग और समुदाय के लिए अनेक जनहित की योजनाएं लागू करके उनका सीधा लाभ दलित समुदाय को उपलब्ध करवाया जा रहा है ।

उन्होंने अतीत का उदाहरण देते हुए कहा कि मुस्लिमों के शासनकाल के दौरान सबसे अधिक अत्याचार दलितों पर ही हुए । अंग्रेज चाहते तो मुस्लिमों को भी बराबरी का दर्जा दे सकते थे ? लेकिन अंग्रेजों की जो नीति थी उसी नीति पर ही कांग्रेस आज तक अपना एजेंडा चलाती आ रही है । एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने डंके की चोट पर कहा कि आजादी के बाद भारत देश में पीएम नरेंद्र मोदी ऐसे पहले नेता हैं जिन्हें सबसे बड़ा अंबेडकरवादी अथवा अंबेडकर का सच्चा अनुयाई माना जा रहा है । मोदी से पहले देश में कोई भी बड़ा नेता अंबेडकरवादी नहीं था न हुआ न भविष्य में दिखाई देगा। हमें यह भी याद रखना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के शासनकाल में ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न का सर्वाेच्च सम्मान प्रदान किया गया । भाजपा का एक ही लक्ष्य और नारा है भारत एक और सभी भारतवासी एक। भारत के प्रत्येक संसाधन पर 130 करोड़ भारतीयों का बराबर का अधिकार भी है ।

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की हिंदू मुस्लिम एकता सहित भाईचारे की मिसाल दिए जाने वाले पटौदी क्षेत्र में किसी भी प्रकार का लव जिहाद धर्मांतरण जमीन जिहाद वह अन्य प्रकार का कोई भी विवाद ही नहीं है । बीजेपी के प्रदेश मंत्री और पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावत ने  बेबाक शब्दों में कहा सबसे अधिक मेवात में ही लव जिहाद धर्मांतरण के उत्पीड़न के मामले और दलितों के उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं । सबसे अधिक मेवात में ही दलितों का शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा जो भी लोग लव जिहाद धर्मांतरण और उत्पीड़न जैसे मामलों को लेकर सक्रिय हैं ऐसे लोगों को सबसे अधिक मेवात में जाकर काम करने की जरूरत है । उन्होंने कहा भविष्य में होने वाले परिसीमन में निश्चित ही एक विधानसभा क्षेत्र मेवात में एससी वर्ग के लिए आरक्षित करवाया जाएगा । जिससे कि विधानसभा में भी मेवात जैसे इलाके के दलितों को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल सके । यदि पटौदी में यहां का सामाजिक सौहार्द भाईचारा बिगाड़ने का प्रयास किया जाएगा तो फिर कानून अपना काम करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है।