राम भगत को सीआईए मानेसर पुलिस द्वारा दबोचा गया.
दावा गांव उसे सिकंदरपुर बढ़ा से किया गया गिरफ्तार.
गिरफ्तारी के बाद  नागरिक अस्पताल में करवाया मेडिकल

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
हिंदू जागरण मंच पटौदी के तत्वाधान में पटौदी के रामलीला मैदान में आहूत लव जिहाद, धर्मांतरण के मुद्दे पर आयोजित पंचायत में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया जाने के बाद रामगोपाल शर्मा उर्फ राम भगत गोपाल को आनन-फानन में अरेस्ट भी कर लिया गया है। रामगोपाल शर्मा उर्फ राम भगत गोपाल की गिरफ्तारी की पुष्टि जिला पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन के द्वारा की गई है।

जिला पुलिस प्रवक्ता के दावे के मुताबिक आरोपी रामगोपाल शर्मा उर्फ राम भगत गोपाल को गांव सिकंदरपुर बढ़ा से ही दबोचने में कामयाबी मिली है । रामगोपाल शर्मा उर्फ राम भगत गोपाल की गिरफ्तारी से पहले इस बात की चर्चा चलती रही की उसको यूपी से मानेसर सीआईए पुलिस के द्वारा दबोचा गया है । लेकिन जिला पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन के द्वारा यह जानकारी दी गई है कि आरोपी राम गोपाल शर्मा उर्फ राम भगत गोपाल को गांव सिकंदरपुर बढ़ा से ही सीआईए मानेसर के द्वारा अपनी गिरफ्त में लिया गया है ।

सूत्रों के मुताबिक राम भगत गोपाल को गिरफ्तार किया जाने के बाद उसका मेडिकल करवाने के लिए पटौदी के नागरिक अस्पताल में लाया गया। इसके बाद यहां से सीआईए मानेसर पुलिस टीम राम भगत गोपाल को अज्ञात स्थान पर ले कर रवाना हो गई । इस बात की पुष्टि किसी भी पुलिस अधिकारी के द्वारा नहीं की गई है कि गिरफ्तार किए गए रामगोपाल शर्मा को पूछताछ के लिए सीआईए के द्वारा अभी अपनी हिरासत में रखा जाएगा या फिर मंगलवार को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। इस मामले में जानकारी मांगने पर पुलिस के अधिकारी कोई भी जानकारी देने से अपने आप को बचाते दिखाई दे रहे हैं। सही मायने में रामगोपाल शर्मा उर्फ राम भगत गोपाल जोकि शाहीन बाग में गोली चलाने का आरोपी है , उसके हाई प्रोफाइल को देखते हुए तथाकथित रूप से प्रमुख हिंदूवादी सनातन समर्थक बड़े नामों का समर्थन देखते हुए राम भगत गोपाल की गिरफ्तारी भी एक हाईप्रोफाइल मामला बना हुआ दिखाई दे रहा है । क्योंकि शाहीन बाग मामले में गोली चलाने का आरोपी राम भगत गोपाल पहले से ही जमानत पर बाहर आया हुआ है।

राम भगत गोपाल की गिरफ्तारी के मामले की भनक मीडिया को नहीं लगे , पुलिस प्रशासन इस बात पर भी बेहद चैकन्ना दिखाई दिया । लेकिन फिर भी जैसे तैसे पुलिस की गिरफ्त में लिए गए गुरुग्राम जिला पुलिस के मुजरिम राम गोपाल भगत को मानेसर सीआईए पुलिस के द्वारा अपने साथ लाते और ले जाते हुए कैमरे में भी कैद कर लिया गया । लेकिन इस बात की अभी कोई भी पुष्टि नहीं की जा सकी है कि गिरफ्तारी के बाद में पटौदी महापंचायत में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने सहित भड़काऊ भाषण देने के आरोपी राम भगत गोपाल को क्या तत्काल सक्षम मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया जाएगा या फिर पुलिस और विभिन्न एजेंसियां पहले उससे आवश्यक जानकारियां जुटाकर उसके बाद ही सक्षम कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने पेश करते हुए पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी। या फिर राम भगत गोपाल को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा । यहां पर एक बेहद महत्वपूर्ण सवाल यह भी है कि कथित रूप से राम भगत गोपाल के द्वारा पटौदी महापंचायत के बाद सोशल मीडिया पर लाइव आकर कथित रूप से स्वीकार किया जा चुका है कि वह पटौदी महापंचायत में खाली हाथ नहीं गया था । खाली हाथ नहीं होने के कई प्रकार के मायने लगाए जा रहे हैं । ऐसे में जानकारों के मुताबिक प्रबल संभावना व्यक्त की गई है कि पुलिस अवश्य ही राम भगत गोपाल को अदालत से पुलिस रिमांड पर देने का अनुरोध करेगी।

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