कितलाना टोल पर धरने के 195वें दिन सरकार पर मीडिया को घेरने के लगे आरोप, हुई नारेबाजी चरखी दादरी जयवीर फोगाट 7 जुलाई – आज देश विकट हालात से गुजर रहा है और कानून व्यवस्था का दिवाला पिट गया है। यह बात जनवादी महिला समिति की उपप्रधान संतोष देशवाल ने कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एक तरफ बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, कृषि व औधौगिक संकट ने जनता की रोजीरोटी छीन ली है वहीं कोरोना महामारी से पीड़ित जनता को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि हर तबका सरकार के विरूद्ध राहत नहीं मिलने के कारण आक्रोशित है। अध्यक्ष मंडल के सदस्य गंगाराम श्योराण ने कहा कि सरकार लोगों की जायज आवाज को दबाने के हर हथकण्डे का इस्तेमाल करने से नहीं चूक रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध को राष्ट्रविरोध, देशद्रोह मानकर यूएपीए लगाकर सैंकड़ों आन्दोलनकारियों को जेलों में ठूंसा जा रहा है। उड़ीसा के 84 साल के फादर स्टेन के साथ ऐसा किया गया जिनकी बीमारी के चलते कारावास अवधि में ही निधन हो गया। अभी हरियाणा सरकार ने सभी पत्र, पत्रिकाओं व अखबारों की पिछले छः महिने के प्रकाशन की विस्तृत रिपोर्ट मांगने व उसकी जांच करने का जो तुगलकी आदेश जारी किया है। यह सीधा इनकी स्वतन्त्रता पर हमला है क्योंकि आम आदमी की आवाज यही स्थानीय अखबार, सोशल मीडिया उठाता है। किसान आन्दोलन सरकार के इस कदम की कड़ी निंदा करता है और तुरन्त इसे वापिस लेने की मांग करता है। सरकार द्वारा लोकतात्रिक अधिकारों पर हमला जनता कतई सहन नहीं करेगी। कितलाना टोल पर धरने के 195वें दिन सांगवान खाप से सुरजभान सांगवान, श्योराण खाप के प्रधान बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, गंगाराम श्योराण, सुभाष यादव, राजसिंह जताई, कमल प्रधान, महिला नेत्री सीमा बाल्मीकी, भरपाई जांगड़ा ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। किसानों के बीच पहुंचे दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान 40 के प्रधान सोमबीर सांगवान ने सरकार पर किसानों से बेरुखी अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को ये सौदा महंगा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कल देशभर में सुबह 10:00 से 12:00 तक विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। धरने का मंच संचालन राजकुमार हड़ौदी ने किया। इस अवसर पर सुरेन्द्र कुब्जानगर, सुबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह धायल, सुशील धानक, रामानन्द धानक, जगदीश हुई, साधु मानकावास, कप्तान रामफल डोहकी, सन्तोष देशवाल, प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह डोहकी, आचार्य देवी सिंह, हवासिंह आदमपुर, ओम प्रजापति, शब्बीर हुसैन, जगबीर फौजी सोंफ, परमजीत फतेहगढ़, सुशीला घनघस, सुकन्या, सीमा, राजबाला कितलाना इत्यादि मौजूद थे। Post navigation दादरी में राष्ट्रीय लोक अदालत दस जुलाई को सैनिक भर्ती के लिए सीईई 25 जुलाई को हिसार मिलिट्री कैंट में होगा