वार्षिक फीस को लेकर आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल के अभिभावकों ने स्कूल गेट के बाहर किया जोरदार प्रदर्शन

गुरुग्राम। वार्षिक फीस माफ करने को लेकर शुक्रवार को आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर-89 गुरुग्राम के अभिभावकों ने स्कूल गेट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी स्कूल प्रबंधन से बातचीत की जीद पर अड़े रहे परंतु स्कूल की ओर से इनसे कोई भी बातचीत करने नहीं आया। मामला कंट्रोल से बाहर होता देख स्कूल प्रबंधन ने पुलिस फोर्स को बुला लिया। प्रदर्शन करने वालों में ज्यादात्तर महिलाएं थी। स्कूल के अभिभावकों की मांगों का समर्थन देने के लिए हयातपुर पंचायत समिति के सदस्य चरण सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे।

चरण सिंह ने बताया कि आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर-89 में करीब एक हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। इस कोरोनाकाल में बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन होती है। अभिभावक स्कूल को मंथली फीस दे रहे हैं परंतु स्कूल प्रबंधन इनसे वार्षिक फीस लेने पर अड़ा हुआ है। जबकि अभिभावकों का कहना है कि जब बच्चे स्कूल जा ही नहीं रहे हैं तो वे वार्षिक फीस क्यों दे?

वहीं  जन कल्याण एवं विकास मंच गढ़ी के अविनाश कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार को प्राइवेट स्कूल की मनमानी पर रोक लगानी चाहिए अन्यथा स्कूल के बच्चों की पढ़ाई बाधित हो सकती है। उन्होंने गुरुग्राम जिला प्रशासन से आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल और अभिभावकों के बीच बातचीत कराकर कोई रास्ता निकालने की अपील की।

बच्चों के अभिभावक पियुष वासुदेव, प्रेमपाल, सूबे सिंह, प्रियंका गोयल, अलका, रेणु मल्लिक, सीमा यादव, सरस्वती ने बताया कि स्कूल प्रबंधन को ई मेल के द्वारा  मांगें भेज दी गई है परंतु प्रबंधन कुछ सुनने को तैयार ही नहीं है। यहां तक प्रबंधन बच्चों के अभिभावकों से फोन पर भी नहीं बात कर रहा है। वे तो सभी बच्चों से वार्षिंक फीस लेने पर अड़ा हुआ है। वार्षिक फीस प्रति बच्चा करीब 30 हजार रूपए आता है। शुक्रवार को इस भीषण गर्मी में बड़ी संख्या में अभिभावकों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया।

प्रियंका गोयल ने बताया कि वे सब सुबह 10 बजे से ही इस भीषण गर्मी में स्कूल गेट के बाहर स्कूल प्रबंधन से बातचीत करने के लिए खड़े हैं परंतु उन्हें स्कूल गेट के अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है जबकि पुलिस जीप आई तो उसे तुरंत स्कूल गेट के अंदर जाने दे दिया गया।

अभिभावकों ने चेतावनी दे है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे लोग आंदोलन तेज करेंगे। वहीं अलका ने बताया कि स्कूल का मंथली फीस भी 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है जो गलत है।

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