हांसी, 30 जून । मनमोहन शर्मा प्राईवेट स्कूल संघ ने बुधवार मुख्यमन्त्री और शिक्षा मन्त्री हरियाणा के नाम डॉ. जितेन्द्र अहलावत उपमण्ड़ल अधिकारी (ना.) को एक ज्ञापन दिया। हरियाणा प्राईवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुण्डु ने कहा कि कोरोना काल के कारण शिक्षा क्षेत्र को बहुत हानि पहुंची है। जैसा कि अन्य गतिविधियां भी बाधित हुई है लेकिन सबसे ज्यादा शिक्षा बाधित हुई है। संरक्षक तेलु राम रामायण वाला ने कहा कि स्कूलों द्वारा उसी विद्यार्थी की एस.एल.सी. नही दी जा रही जिसकी फीस बकाया है अगर किसी विद्यार्थी की स्कूल फीस पूरी जमा है और एस.एल.सी. नही दे रहे तो हमारे संज्ञान में दे तुरन्त प्राईवेट स्कूल संघ कार्यवाही करेगा। जिला प्रधान महावीर यादव ने कहा कि सभी गतिविधियां बाजार, माल, रैस्टोरेंट, होटल आदि खोल दिये है तो स्कूलों को भी खोलना चाहिए। हांसी प्राईवेट स्कूल संघ के प्रधान रविन्द्र अत्री ढण्ढेरी ने कहा कि सरकार अभिभावकगण को एस.एल.सी. के मामले में भ्रमित कर रही है। अभिभावकगण को चाहिये कि वे भ्रमित ना होकर विद्यालय की फीस जमा कराये ताकि बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो सके और कहा कि बसों की पासिंग का खर्चा, इंश्योरेन्स, बिजली के बिल और स्कूल के रख-रखाव के खर्चे निकालना मुश्किल हो रहा है। कोई विद्यार्थी शिक्षा से वंचित ना रहे इसलिए स्कूलों को पूर्ण रूप से खोला जाए । डॉ. सुरेश पंघाल ने कहा कि डॉक्टर, इंजीनियरिंग की शिक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ा है और छोटे बच्चे आनलाईन क्लासिज लेने में असमर्थ है। डॉ. जितेन्द्र अहलावत, ने आश्वासन दिया है कि आपके द्वारा बताई गई सभी मांगों को हम मुख्यमन्त्री हरियाणा के पास भेजेंगे। इस दौरान हरियाणा प्राईवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुण्डु, संरक्षक तेलु राम रामायण वाला, जिला प्रधान महावीर यादव, हांसी प्रधान रविन्द्र अत्री, मास्टर राम अवतार सिंह, ग्रामीण उप-प्रधान दिनेश कौशिक मेहन्दा, सुनील सुलतानपुर, तिलकराज मेहन्दीरता, सरदार हरविन्द्र पाल सिंह, राजबीर वर्मा, सतीश वर्मा, राजीव मिगलानी, सतीश कुमार, सुनील बेरवाल भाटला, प्रदीप पूनिया चैनत, देवेन्द्र रावल, उमेश तनेजा, डॉ. सुरेश पंघाल, राजबीर मसूदपुर, बलराज सिंह मुवाल आदि उपस्थित थे। Post navigation सांसद बृजेंद्र सिंह ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से पश्चिम बंगाल संपर्क क्रांति रेलगाडी का विस्तार हिसार तक करने का आग्रह किया किसानों की प्रशासन से हुई वार्ता विफल रही ,66 वे दिन धरना पहुँचा