फर्जी दस्तावेज तैयार करा नौकर के नाम से फर्जी फर्म का रजिस्ट्रेशन. रिकॉर्ड के मुताबित 19,90,35,263/- का लेनदेन किया गया फतह सिंह उजालागुरूग्राम। फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर अपने नौकर के नाम से फर्जी फर्म का रजिस्ट्रेशन कराने व इस फर्म से के माध्यम से लेनदेन करने व सरकार को इन्कम टैक्स ना देकर राज्य के खजाने को धोखा देने की गतिविधियों में लिप्त शातिर आरोपी को थाना सदर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने काबू किया है। आरोपी को पुलिस रिमाण्ड पर लेकर इस मामले में गहनता से पूछताछ करते हुए इसके द्वारा अपने नौकर के नाम से तैयार किए गए फर्जी दस्तावेज इत्यादि बरामद किए जाएंगे। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक थाना सदर, गुरुग्राम में एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिसर कम प्रॉपर ऑफिसर स्टेट टैक्स वार्ड नंबर 10 गुरुग्राम द्वारा एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया गया कि इनके रिकॉर्ड के अनुसार अहमद एंटरप्राइजेज ऑफिस नंबर 102 फर्स्ट फ्लोर व शीतल कमर्शियल कंपलेक्स ऑपोजिट मेट्रो पिलर नंबर 52 एमजी रोड सिकंदरपुर घोसी गुरुग्राम नाम से रजिस्टर्ड फर्म का प्रोपराइटर मनोज कुमार पुत्र नागेश्वर साह निवासी ब114 गौरी शकर एनक्लेव प्रेम नगर नांगलोई दिल्ली है। जिसके जिसके द्वारा इस फर्म के माध्यम से इनके रिकॉर्ड के मुताबित 19,90,35,263/- का लेनदेन किया गया है और राज्य के खजाने को धोखा देने की गतिविधियों में लिप्त है। जब इनकी टीम द्वारा फर्म के पते पर जाकर चेक किया गया तो वहां पर नामाह इंटरप्राइजेज नाम की कोई फर्म नही मिली और उसके प्रोपराइटर का स्थायी पता भी फर्जी मिला। मनोज कुमार ने धोखे से फर्जी दस्तावेज तैयार करके राज्य के खजाने को धोखा देने व नुकसान पहुँचाने के इरादे से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर धोखे से फर्म रजिस्टर्ड करवाकर ज्प्छ नंबर प्राप्त किए और इस फर्म के माध्यम से यह लेनदेन करके राज्य के खजाने को नुकसान पहुँचाना चाहा। संजीव कुमार एसीपी ट्रैफिक, गुरुग्राम की देखरेख में थाना सदर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए अपने गुप्त सूत्रों की सहायता से तथा पुलिस तकनीकी व पुलिस प्रणाली का प्रयोग करते हुए उपरोक्त अभियोग में राज्य के खजाने को धोखा देने नियत से फर्जी दस्तावेज तैयार करके फर्जी फर्म रजिस्टर्ड कराने वाले शातिर आरोपी को दिल्ली से काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान ’वीरेंद्र सिंह पुत्र स्व. शिव पूजन सिंह निवासी मकान नंबर-76, 3तक फ्लोर, सैक्टर-22, रोहिणी, दिल्ली’ के रूप में हुई। आरोपी को गिरफ्तार किया गया व अदालत में पेश करके 03 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया। आरोपा से प्रारम्भिक पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इसने राज्य के खजाने को धोखा देने व टैक्स बचाने की नियत से इसने अपने नौकर के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए व इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इसने फर्म रजिस्टर्ड करवाकर ज्प्छ नंबर प्राप्त कर लिए, ताकि यह किसी भी प्रकार का कर भुगतान ना करे और और यह पकड़ा ना जा सके। यह इस फर्म के माध्यम से खरीद व बेच व लेनदेन के काम करता था। आरोपी प्लाईबोर्ड खरीदनेध्बेचने का काम करता है। आरोपी 03 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर है। जिससे उपरोक्त अभियोग से संबंधित सभी तथ्यों की गहनता से पूछताछ की जा रही है। पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान ही इसकी निशानदेही पर इसके द्वारा तैयार किए गए दस्तावेज इत्यादि इसके कब्जा से बरामद किए जाएंगे। Post navigation डॉक्टर नितिका शर्मा “संस्कार रत्न” से सम्मानित “एलजीबीटीक्यूआई+ समुदाय के मानवाधिकारों पर वेबीनार आयोजित”