ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर हुई किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक। संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम का प्रतिनिधि मंडल ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर हुई किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक में हुआ शामिल। किसान आंदोलन किया जाएगा तेज। गुरुग्राम। दिनांक 21.06.2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक हुई।उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक में भारी संख्या में किसान नेता शामिल हुए और सभी ने अपने अपने विचार रखे।उन्होंने बताया कि गुरुग्राम से भी संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम का प्रतिनिधिमंडल किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक में शामिल हुआ। किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक में बोलते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार तीनों काले क़ानून वापस नहीं ले लेती तब तक किसान धरनों से वापस घर जाने वाले नहीं हैं।उन्होंने कहा कि किसान खेत में भी काम करेंगे और धरनों पर भी बैठेंगे। उन्होंने कहा कि आंदोलन को गाँव गाँव तक पहुंचाया जाएगा और पूरे देश में आंदोलन को तेज किया जाएगा। किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक में बोलते हुए संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि सरकार तीनों काले कानूनों के बारे में जनता को गुमराह कर रही है।उन्होंने कहा कि सरकार जनता को गुमराह करने के लिए बार बार कृषि क़ानून शब्द का इस्तेमाल कर रही है जबकि ये क़ानून पूंजीपतियों के हित के लिए हैं।उन्होंने कहा कि सरकार ने तीनों काले क़ानून पूंजीपतियों के हित के लिए बनाए हैं। उन्होने कहा कि इन काले कानूनों से जमाखोरी,कालाबाज़ारी तथा मुनाफ़ाख़ोरी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इन तीन काले कानूनों से महँगाई बढ़ेगी तथा आम आदमी किसान मज़दूर तथा ग़रीब आदमी का शोषण होगा।उन्होंने सरकार से माँग की कि जनहित में तीनों काले कानूनों को रद्द कर दे तथा किसानों के हित में MSP की गारंटी का क़ानून बनाए। किसान आंदोलन की समीक्षा बैठक में गुरुग्राम से शामिल होने वालों में जयप्रकाश रेहडू,बलवान सिंह दहिया,नवनीत रोज़खेड़ा तथा आकाशदीप आदि शामिल थे। Post navigation “दौलताबाद में मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस”: डॉक्टर नितिका शर्मा अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा ‘साहित्यकार से संवाद’…….