महंगाई के मुकाबले खरीफ फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी नाममात्रकितलाना टोल पर 168वें दिन धरना जारी, सरकार के फैसलों पर जताई नाराजगी चरखी दादरी जयवीर फोगाट 10 जून, हरियाणा सरकार ने 100 फुट से ज्यादा गहराई वाले ट्यूबवेल कनेक्शनों पर शर्तें लगाकर दक्षिण हरियाणा के किसानों के साथ बड़ा अन्याय किया है। यह बात किसान सभा के जिला प्रधान रणधीर कुंगड़ ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि 3 साल से किसानों ने कनेक्शन लेने के लिए लाखों रुपए सिक्योरिटी के रूप में बिजली विभाग के पास जमा करवा रखे थे। लेकिन सरकार के ताजा फैसले से उनका सपना चकनाचूर हो गया है। उन्होंने कहा कि एक तो यहां जमीन समतल नहीं है और ड्रिप सिस्टम महँगा पड़ने के साथ पूरी तरह कामयाब भी नहीं है। दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि केंद्र सरकार ने महंगाई के मुकाबले खरीफ फसलों की एमएसपी में बढ़ौतरी की है। मक्का में प्रति क्विंटल 20 रुपए, धान में 72 रुपए और बाजरे में 100 रुपए का इजाफा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके तमाम दिग्गज नेता चुनावों से पहले किसानों की आय दुगुनी करने की बात करते थे। लेकिन एक महीने में पेट्रोलियम पदार्थों में 20 बार वृद्धि करके फसल लागत दुगुनी जरूर कर दी है। कितलाना टोल पर धरने के 168वें दिन सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप से गिरेन्द्र फौगाट, किसान सभा से रामफल देशवाल, सुरेन्द्र कटारिया, प्रतापसिंह सिंहमार, कृष्णा छ्पार, सन्तोष देशवाल,प्रेम शर्मा ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार हर रोज किसान और मजदूर विरोधी फैसले लेकर हमारे सब्र का इम्तिहान ले रही है। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते और एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती हमारा शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर पर कामरेड ओमप्रकाश, प्रहलाद सिह भेरू खेड़ा, कप्तान रणधीर सिंह चहल, कुलबीर मलिक, रवि आजाद, विकास सीसर, सुखदेव पालवास, सुन्दर पहलवान बामला, राकेश चांदवास, विनोद मांढ़ी, सन्त गोपाल दास, राजबाला धनाना, अजित बाड़ी धनाना, अजित धनाना, मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, धर्मेन्द्र छपार, रतन सिंह भेहरा, शेरसिहं बैंक मैनेजर, कप्तान रामफल डोहकी इत्यादि मौजूद थे। Post navigation हलघर किसान और मजदूर को जमीन दिलाने का श्रेय सरदार बन्दा सिंह बहादुर को : सोमबीर सांगवान ऋण चुकाना है मुश्किल गुरु का : हुजूर कंवर साहेब जी महाराज